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    एचओडी के उत्पीड़न से परेशान छात्रा ने खुद को लगाई आग, 95 प्रतिशत झुलसी; CM बोले- जरूरत पड़ी तो एयरलिफ्ट भी करेंगे

    भुवनेश्वर एम्स में फकीर मोहन कॉलेज की एक छात्रा का इलाज चल रहा है जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है। शरीर का 95% हिस्सा जल चुका है और फेफड़े हृदय व गुर्दे प्रभावित हैं। अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं। एम्स दिल्ली के विशेषज्ञ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से निगरानी कर रहे हैं।

    By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 14 Jul 2025 07:08 AM (IST)
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    कीर मोहन स्वयं शासित महाविद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा ने आत्मदाह करने की कोशिश की।(फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। एम्स में इलाज करा रही फकीर मोहन कॉलेज छात्रा की हालत गंभीर है। छात्रा के शरीर का 95 फीसदी हिस्सा जल चुका है। फेफड़े, हृदय और गुर्दे प्रभावित हुए हैं। छात्रा के लिए अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं।

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    जरूरत पड़ने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर एम्स, दिल्ली ले जाया जा सकता है। लेकिन अभी समय महत्वपूर्ण होने के कारण एयरलिफ्ट करना संभव नहीं है। एम्स, दिल्ली के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीड़िता की स्थिति की निगरानी कर रही है।

    एम्स भुवनेश्वर बर्न सेंटर में विभाग के प्रमुख संजय गिरि ने कहा कि पीड़िता जब कल यहां पहुंची तो उसकी हालत गंभीर थी। हमने पहले खबर मिलने के बाद पूरी तैयारी कर ली थी। पीड़िता को तुरंत इंटुबैट किया गया क्योंकि उसकी सांस की नली जल गई थी। इसके बाद हार्ट रेट, ऑक्सीजन लेवल, ब्लड प्रेशर आदि की जांच कर इलाज किया गया।

    इलाज के लिए बनाई गई है 10 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम

    पीड़िता की हालत में थोड़ा सुधार होने के बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। पीड़िता के इलाज के लिए 10 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बनाई गई है।

    पीड़िता के शरीर का 95 फीसदी हिस्सा जल चुका है। शरीर की त्वचा के साथ-साथ ऊपरी हिस्सों को देखकर ही इसका अंदाजा लगाया गया है। अंदरूनी चोट क्या है यह तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। पीड़िता ने खुद को आग लगाने के बाद गर्म धुआं निकाला। नतीजतन, सांस लेने की प्रक्रिया बाधित हो गई है। रविवार शाम से उनका डायलिसिस शुरू हो गया है। पानी की मात्रा कम होने के कारण उनके शरीर का अंग एक के बाद एक प्रभावित हुआ है। ब्लड प्रेशर कम होने के कारण इसका असर दिल पर भी पड़ा है। अब पीड़िता की तबीयत स्थिर रखने की कोशिश की जा रही है।

    दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक चल रहा है इलाज

    एम्स ने आगे कहा कि दिल्ली में एम्स के डॉक्टरों के साथ बैठक के बाद उनकी सलाह के मुताबिक उनका इलाज किया जा रहा है। पीड़ित की हृदय गति अब 180 बीपीएम है। ऑक्सीजन 98 फीसदी है और ब्लड प्रेशर 136/61 है। पीड़िता की हेमोडायनामिक मॉनिटरिंग की जा रही है और इलाज के बारे में परिवार को सारी जानकारी दी जा रही है।

    अनुकरणीय कार्रवाई की जाएगी: मुख्यमंत्री

    ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बालेश्वर के फकीरमोहन स्वायत्त कॉलेज की एक छात्रा पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह के प्रयास की कड़ी निंदा की है। नई दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री एयरपोर्ट से सीधे एम्स गए। उन्होंने पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों से इस बारे में चर्चा की।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की गहन जांच के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा एक समिति का गठन किया गया है। समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद दोषियों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे कि आने वाले दिनों में किसी भी शिक्षण संस्थान में ऐसी घटनाएं न हों।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रा की हालत में सुधार होने पर उसे विमान से दिल्ली के एम्स ले जाया जाएगा। छात्रा के इलाज का सारा खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव, स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिग, उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज, विधायक बाबू सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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