इंतजार खत्म! बीजू बाबू के साथी डकोटा ने ओडिशा में ली शानदार एंट्री, भारत-पाकिस्तान युद्ध में दिखा चुका है दम
बीजू पटनायक ओडिशा के वर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पिता थे और साथ में एक कुशल पायलट भी थे। डकोटा उनका पसंदीदा विमान था जिसने हर कदम पर उनका साथ दिया। काफी लंबे प्रयासों के बाद आखिरकार इसे ओडिशा वापस लाया गया।

जासं, भुवनेश्वर। बीजू बाबू का बेहद पसंदीदा विमान 'डकोटा' ओडिशा पहुंच गया है। बुधवार सुबह इसने बालेश्वर जिले के जलेश्वर लक्ष्मणनाथ टोल गेट को पार किया। विमान को तीन बड़े लॉरियों में लाया जा रहा है। कोलकाता नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भुवनेश्वर लाए जाने की प्रक्रिया मंगलवार रात से शुरू हुई। स्वर्गीय बीजू बाबू के इस ऐतिहासिक विमान के आज भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर पहुंचने की उम्मीद है। इसकी एक झलक पाने के लिए जगह-जगह लोगों की भीड़ देखने को मिली।
राज्य में डकोटा की वापसी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
एरो स्पेस रिसर्च एंड डेवलपमेंट संस्था के इंजीनियर विमान को भुवनेश्वर ला रहे हैं। इससे पहले 10 सदस्यीय टीम ने पिछले 12 दिनों में डकोटा के कलपुर्जों को अलग-अलग किया और इसे लकड़ी के बॉक्स में पैक किया। इन्हें मंगलवार रात कोलकाता हवाई अड्डे पर दो बड़ी लॉरियों में लोड करके लाया जा रहा है। इसे कोलकाता से विशेष पैट्रोलिंग वैन के जरिए भुवनेश्वर एयरपोर्ट लाया जा रहा है, ताकि बड़ी लॉरियों की वजह से ट्रैफिक की समस्या न हो। इसके लिए बालेश्वर, भद्रक और जाजपुर जिला पुलिस सहित कमिश्नरेट पुलिस को पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है।
बीजू पटनायक की स्मृति से जुड़ा है डकोटा
डकोटा विमान ओडिशा की राजनीति के महान व्यक्तित्व और टाॅल मैन के नाम से प्रसिद्ध स्व. बीजू पटनायक के जीवन और स्मृति से जुड़ा हुआ है। डकोटा विमान को पश्चिम बंगाल से ओडिशा वापस लाने के लिए कई वर्षों से प्रयास चल रहे थे। बीजू बाबू के सबसे प्रिय डकोटा विमान के भुवनेश्वर पहुंचने के बाद इसे बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रखा जाएगा।
डकोटा ने कई अहम अभियानों में निभाई महती जिम्मेदारी
जानकारी के अनुसार 1947 में श्रीनगर में भारतीय सेना को एयरलिफ्ट कर पाकिस्तानी दुश्मन के हलकों में ले जाना हो, सेना के लिए गोला-बारूद और दवाओं का परिवहन करना हो या इंडोनेशियाई प्रधानमंत्री को डचों के चंगुल से बचाना हो, हर कदम पर डकोटा विमान तेज तर्रार पायलट बीजू पटनायक का साथी था।
डकोटा की वापसी से राज्य के लोगों में उत्साह
कोलकाता के नेताजी हवाई अड्डे पर डंपिंग यार्ड में पड़े विमान को ओडिशा वापस लाने के लिए लंबे समय से प्रयास चल रहा था। राज्य सरकार ने इसे वापस लाने के लिए करीब दो साल पहले एक समिति का गठन किया था। राज्य के लोग इस बात से बेहद उत्साहित हैं कि वर्षों के प्रयासों के बाद आज यह ओडिशा की सीमा में प्रवेश कर गया है। डकोटा विमान के प्रभारी एक अधिकारी ने कहा है कि डकोटा को कोलकाता पुलिस, ओडिशा पुलिस और आरटीओ के सहयोग से ओडिशा वापस लाया जा रहा है।

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