Odisha News: छात्रा के आत्मदाह मामले में क्राइम ब्रांच को मिला अहम सुराग, CCTV से हुआ खुलासा
बालेश्वर के फकीर मोहन महाविद्यालय में छात्रा द्वारा आत्मदाह के मामले में क्राइम ब्रांच की जांच जारी है। क्राइम ब्रांच ने पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज से पता लगाया कि घटना के दिन एक लड़की ने बोतल में पेट्रोल खरीदा था। क्राइम ब्रांच ने हार्ड डिस्क जब्त कर ली है। यूजीसी की टीम भी मामले की जांच कर रही है।

लावा पांडे, बालेश्वर। बालेश्वर के फकीर मोहन महाविद्यालय का बहुचर्चित छात्रा के द्वारा आत्मदाह की घटना से मानो परत दर परत पर्दा उठने लगा है। विगत तीन दिनों से क्राइम ब्रांच की आईजी एस शाइनी के नेतृत्व में एडिशनल एसपी राजलक्ष्मी नायक तथा डीएसपी इमान कल्याण महाविद्यालय परिसर पहुंचे।
इस दौरान चार से पांच घंटे तक वहां पर मौजूद प्राचार्य और अन्य अध्यापकों सहित छात्र-छात्राओं से पूछताछ जारी रखे हुए हैं। इसी के तहत क्राइम ब्रांच ने महाविद्यालय के नजदीक तारिणी पेट्रोल पंप से काफी चौंकाने वाला तथ्य हासिल किया है।
पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालने से पता चला कि घटना वाले दिन घटना के चंद घंटे पहले एक लड़की उक्त पेट्रोल पंप से प्लास्टिक के बोतल में एक लीटर पेट्रोल खरीद पेट्रोल पंप से बाहर निकलते साफ देखी जा रही है।
इस पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी का हार्ड डिस्क क्राइम ब्रांच वाले ने जप्त कर लिया है तथा अपने साथ ले गए हैं। आज तीसरे दिन भी क्राइम ब्रांच का दल फकीर मोहन महाविद्यालय में पहुंच जांच शुरू कर दिए हैं।
इसी के साथ नई दिल्ली यूजीसी का जो चार सदस्यीय दल बालेश्वर के फकीर मोहन महाविद्यालय में पहुंचा है। आज दूसरे दिन भी यह जांच दल अपनी जांच जारी रखे हुए हैं।
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी यूजीसी ने गठन कर चार वरिष्ठ अधिकारियों को बालेश्वर भेजा है जिसमें राजकुमार मित्तल, प्रोफेसर सुषमा यादव ,डॉक्टर नीरजा गुप्ता और डॉक्टर आशिमा मंगला शामिल है।
बीते कल यूजीसी का यह चार सदस्यीय दल 5 घंटे से ज्यादा समय तक प्राचार्य से लेकर कई अध्यापकों तथा कई छात्र-छात्राओं जो की बीएड एजुकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े हैं उनसे पूछताछ किया था। इस महाविद्यालय में आत्मदाह करने वाली छात्रा सौम्याश्री बीएड एजुकेशन द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।
इसलिए इसी की कक्षा के छात्र-छात्राओं को भी एक ओर जहां क्राइम ब्रांच वाले पूछताछ कर रहे हैं, वहीं यूजीसी से जुड़े नई दिल्ली के अधिकारी भी इन्हें विभिन्न सवालों का जवाब उनसे जानना चाह रहे हैं।
आखिर कौन थी वह लड़की जिसने घटना वाले दिन उक्त पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीद कर ले गई थी। इस संबंध में पेट्रोल पंप के कर्मचारी कहते हैं कि पेट्रोल बोतल में खरीदने वाली लड़की इलेक्ट्रिक बाइक लेकर आई थी और उसने हमें यह कहा था कि मेरे स्कूटी का पेट्रोल खत्म हो गया है तथा मैं अपने मित्र की बैटरी स्कूटी लेकर आई हूं। मुझे एक लीटर पेट्रोल दिया जाए।
बोतल में पेट्रोल देना गैरकानूनी है इसके बावजूद भी आज शहर के विभिन्न पेट्रोल पंपों में खुलेआम बोतल में पेट्रोल दिया जाना मानो आम बात हो गई है। आखिर जांच कितने दिनों तक चलेगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
लेकिन बालेश्वर के लोग अब दबी जुबान से यह कहने लगे हैं कि उक्त घटना की यदि न्यायिक जांच या फिर सीबीआई से जांच कराई जाएगी तभी हकीकत से पर्दा उठेगा।
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