KKBN के कमांडर समेत 7 ने किया आत्मसमर्पण, ओडिशा के 4 जिलों में सक्रिय थे माओवादी
ओडिशा के कंधमाल कालाहांडी बऊद और नयागढ़ जिलों में सक्रिय माओवादी कमांडर बिकेश ने 6 अन्य कट्टर माओवादियों के साथ छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आत्मसमर्पण किया। बिकेश जो केकेबीएन डिवीजन का कमांडर था ओडिशा राज्य समिति का सदस्य भी था और उस पर कुल 35 लाख रुपये का इनाम था। ओडिशा पुलिस के सघन अभियान के कारण उसने आत्मसमर्पण किया।

संवाद सहयोगी, संबलपुर। ओडिशा के कंधमाल, कालाहांडी बऊद और नयागढ़ जिला में सक्रिय केकेबीएन डिवीजन के माओवादी कमांडर बिकेश ने ओडिशा में सक्रिय 6 कट्टर माओवादियों के साथ छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आत्मसमर्पण कर दिया। रमना इरपा उर्फ बिकेश माओवादियों की 8वीं कंपनी का कमांडर था। वह पिछले 3 वर्षों से केकेबीएन क्षेत्र में कंधमाल, कालाहांडी, बऊद और नयागढ़ जिला में सक्रिय था।
वह ओडिशा राज्य समिति का सदस्य भी था और उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 25 लाख रुपये और ओडिशा सरकार ने 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। ओडिशा पुलिस द्वारा चलाए गए सघन अभियान के कारण वह कंधमाल से भाग गया और अपने गृह जिला छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आत्मसमर्पण कर दिया।
सात माओवादियों में एक राज्य समिति सदस्य, छह एसीएम यानी एरिया कमेटी मेंबर शामिल हैं और उनमें से छह छत्तीसगढ़ के बीजापुर के मूल निवासी हैं, जिनमें तीन जोड़े भी शामिल हैं।
पारो सिकाको उर्फ शांति, सिंगपुर की मूल निवासी है और उसने आत्मसमर्पण करने वाले अन्य माओवादी हुंगा मड़कम उर्फ मैनू से विवाह किया है। सभी सात माओवादियों पर ओडिशा और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों द्वारा कुल 89 लाख रुपये का इनाम रखा गया था।
माओवादियों की सूची:
रमना इरपा उर्फ बिकेश, केकेबीएन में कार्यरत आठवीं कंपनी का कमांडर, 25 लाख रुपये का इनाम
रामे कामलू उर्फ प्रमिला, एसीएम, बिकेश की पत्नी, केकेबीएन।
इनाम 8 लाख रुपये:
- हंगा मड़कम उर्फ मैनु, एसीएम, बीजीएन डिवीजन, 5 लाख रुपये का इनाम
- पारो सिकाका उर्फ संती, एसीएम, बीजीएन, 5 लाख रुपये का इनाम
- लक्से पोडियामी उर्फ आशा, एसीएम, बीजीएन, 5 लाख रुपये का इनाम
- दुकारू लेकाम उर्फ डोरा, एसीएम, बीजीएन, 5 लाख रुपये का इनाम
- जोगी पडियाम उर्फ रायमती, एसीएम, बीजीएन, 5 लाख रुपये का इनाम
वे पिछले 5 वर्षों से कंधमाल, रायगढ़ा, कालाहांडी में नागरिकों की हत्याओं और हिंसा की विभिन्न घटनाओं में शामिल थे।
आत्मसमर्पण के बाद, 8 वीं कंपनी के कमांडर बिकेश ने बताया कि ओडिशा पुलिस द्वारा चलाए गए सघन अभियान के कारण उन्होंने माओवादी दल छोड़ दिया था। सभी माओवादियों को गंभीर मानसिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हैं क्योंकि वे एक दिन से ज़्यादा एक जगह पर नहीं रुक पा रहे हैं।
ओडिशा के लगभग सभी माओवादी कार्यकर्ता पूरी तरह से हतोत्साहित हैं और आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। उन्होंने ओडिशा में सक्रिय सभी माओवादियों से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है।
ओडिशा पुलिस ओडिशा में सक्रिय सभी माओवादियों से आत्मसमर्पण करने की अपील करती है और सरकार की पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति के अनुसार उनके कल्याण का ध्यान रखा जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।