Jaundice in Cuttack: कटक में बढ़ा पीलिया का प्रकोप, दर्जनों बच्चे संक्रमित
ओडिशा के कटक जिले के गोविंदपुर गांव में पीलिया का प्रकोप फैल रहा है जिससे दर्जनों बच्चे प्रभावित हैं। 14 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने विशेष चिकित्सा दल भेजकर इलाज शुरू कर दिया है। जांच में दूषित पानी की आपूर्ति को संक्रमण का कारण माना जा रहा है। ग्रामीणों ने बुखार और कमजोरी जैसे लक्षणों की शिकायत की है।

संवाद सहयोगी, कटक। ओडिशा के कटक जिले के बड़ंबा ब्लॉक के अंतर्गत गोविंदपुर गांव में पीलिया का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। अब तक दर्जनों बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं और 14 बच्चों को मणिबंध स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विशेष चिकित्सा दल गांव में भेजा है और संक्रमितों के इलाज के साथ-साथ रोकथाम के प्रयास भी शुरू कर दिए हैं।
14 बच्चों में संक्रमण की पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, गांव में पीलिया के पहले मामले की पुष्टि के बाद 33 ग्रामीणों के रक्त नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से 14 बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके तुरंत बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और गांव में एक विशेष स्वास्थ्य टीम तैनात की गई।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि मणापुर पंचायत के अंतर्गत पेयजल की आपूर्ति करने वाली पाइपलाइनों में लीकेज के कारण दूषित पानी आपूर्ति में मिल रहा है, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने शुरू में बुखार, थकावट और बदन दर्द जैसे लक्षण देखे थे, जिसके बाद अस्पताल में जांच कराई गई।
गांव में तेजी से फैल रही यह बीमारी
स्थानीय निवासी चैतन्य राउत ने बताया कि हमें शुरुआत में पीलिया की कोई जानकारी नहीं थी। जब बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी तो हम उन्हें अस्पताल ले गए, जहां पीलिया की पुष्टि हुई। इसके बाद गांव में यह बीमारी तेजी से फैली।
एक अन्य ग्रामीण सनंदा बेहरा ने कहा है कि जब जिले के विभिन्न अस्पतालों में तीन बच्चों में पीलिया की पुष्टि हुई, तब हमने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। शनिवार से ही गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गांव में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और लोगों को उबालकर या फिल्टर किया हुआ पानी पीने की सलाह दी गई है। विभाग ने पेयजल आपूर्ति विभाग को भी लीकेज की जांच कर तत्काल मरम्मत के निर्देश दिए हैं।
गांव में अभी भी डर का माहौल बना हुआ है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे त्वरित प्रयासों से लोगों को राहत की उम्मीद है।
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