जंगल में हो गई पिता की मौत, रातभर शव की रखवाली करता रहा 5 साल का बेटा; अस्पताल में मां ने तोड़ा दम
ओडिशा के केंदुझर में एक 5 वर्षीय बच्चे ने कड़कड़ाती ठंड में रातभर अपने मृत पिता के शव की रखवाली की, जबकि उसकी मां पास ही बेहोश पड़ी थी। पुलिस ने बताया ...और पढ़ें

मां की भी हुई मौत। (जागरण)
संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। ओडिशा के देवगढ़ जिले से एक ऐसी मर्मस्पर्शी घटना सामने आई है, जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। एक पांच साल के मासूम ने हाड़ कंपा देने वाली ठंड में पूरी रात घने जंगल के बीच गुजारी।
वह डर से भागा नहीं, बल्कि जमीन पर बेसुध पड़े अपने माता-पिता की रखवाली करता रहा तथा उन्हें सहलाता रहा ताकि वे जग जाएं। किन्तु उसे नहीं पता था कि उसके पिता दम तोड़ चुके हैं और मां मौत से जंग लड़ रही है।
घरेलू विवाद ने उजाड़ा परिवार
पुलिस के अनुसार, जियानंतपली गांव के निवासी दुशमंत माझी और उनकी पत्नी रिंकी माझी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। रविवार को जब वे मोटरसाइकिल से लौट रहे थे, तो उन्होंने सड़क किनारे बाइक खड़ी की और करीब एक किलोमीटर अंदर जंगल में चले गए।
वहां दंपती ने कथित तौर पर कीटनाशक पी लिया। जहर का असर इतना तेज था कि दुशमंत की एक घंटे के भीतर ही मौत हो गई, जबकि रिंकी बेहोश होकर गिर पड़ी।
पूरी रात माता-पिता का देता रहा पहरा
देवगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धीरज चोपदार ने बताया कि यह मासूम बच्चा पूरी रात अपने माता-पिता के पास बैठा रहा। सुबह होने पर वह जंगल से निकलकर सड़क पर आया और राहगीरों से मदद की गुहार लगाई। बच्चे की बदहवास हालत देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
अस्पताल में मां ने भी तोड़ा दम
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को तुरंत पड़ोसी जिले अनुगुल के छेंदीपदा अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। हृदयविदारक बात यह है कि माता-पिता ने मासूम बच्चे को भी जहर दिया था, लेकिन चमत्कारिक रूप से वह सुरक्षित बच गया।
प्रारंभिक उपचार के बाद बच्चे को उसके दादा-दादी को सौंप दिया गया है। एएसपी धीरज चोपदार ने बताया कि जांच जारी है कि आखिर बाइक पर सफर के दौरान उनके पास कीटनाशक कहां से आया और विवाद की असली वजह क्या थी ।

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