गांव में अचानक हुई तीन हाथियों की एंट्री, छह घंटे तक मचाया उत्पात, बेखौफ गजराज की करतूत से सहमे लोग
हाथियों ने छह घंटे तक गांव में काफी उत्पात मचाया। लोगों के शोर मचाने आग जलाने का हाथियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। रात के 11 बजे से सुबह के 5 बजे तक हाथी गांव में ही डटे रहे।
जासं भुवनेश्वर। गंजाम जिले के दक्षिण घुमुसर वन प्रभाग के बुगुडा वन परिक्षेत्र के मोटाबाड़ी पंचायत अंतर्गत झतिकाबाड़ी गांव में बीती रात एक नर हाथी सहित तीन हाथियों का झुंड घुस गया और छह घंटे तक दहशत का माहौल बना रहा। हाथियों के झुंड ने एक कच्चे घर को ध्वस्त कर दिया और बड़ी मात्रा में सब्जियां, धान आदि को नष्ट कर दिया।
हाथियों के आने से गांव में मची अफरा-तफरी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गांव के पास हाथियों की आवाजाही पिछले कुछ दिनों से चल रही थी। वन विभाग ने ग्रामीणों को पहले ही सतर्क कर दिया था क्योंकि हाथियों का झुंड कल गांव की ओर मुड़ गया था। इसके अलावा हाथियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बिजली आपूर्ति काट दी गई थी। रात करीब 11 बजे तीन हाथी गांव में घुस आए। इसके बाद लोग अपने अपने घरों में घुस गए। इतना ही नहीं, जिन लोगों के पक्के घर नहीं थे, वे लोग अपनी जान बचाने के लिए पड़ोसी के घर की ओर भागे।
हाथियों को खदेड़ने में वन विभाग की टीम हुई नाकाम
हाथियों के झुंड को गांव से खदेड़ने के लिए वनपाल सुकांत कुमार पटनायक अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचे। हाथियों के झुंड खदेड़ने का प्रयास किया, मगर उसका कोई लाभ नहीं हुआ और वन विभाग की टीम भी गांव वालों के साथ पक्के घरों की छत के ऊपर चढ़ गई।
छह घंटे तक गांव में बेखौफ घूमते रहे हाथी
ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में हाथियों के झुंड को आग दिखाने के साथ शोर-शराबा किया। हालांकि, हाथियों के झुंड पर इसका कोई असर नहीं हुआ और जब तक वे धान खत्म नहीं कर लिए वहीं पर डटे रहे। रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक छह घंटे तक हाथियों का झुंड बेखौफ होकर गांव के अंदर घूमता रहा। सुबह होने के बाद हाथियों का झुंड जंगल में चला गया। इस घटना से ग्रामीणों में आतंक का माहौल बना हुआ है।
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