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    DRDO ने Interceptor Missile का किया सफल परीक्षण, बंगाल की खाड़ी में पृथ्‍वी-2 को बनाया निशाना; देखें Video

    Updated: Wed, 24 Jul 2024 08:57 PM (IST)

    DRDO Missile Testing डीआरडीओ ने आज शाम को स्‍वदेशी बैलिस्‍टिक इंटसेप्‍टर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। ओडिशा के बालेश्‍वर के चांदीपुर स्थित परीक्षणस्‍थल से पृथ्‍वी-2 मिसाइल का प्रक्षेपण किया जब यह बंगाल की खाड़ी में पहुंची तो अब्‍दुल कलाम द्वीप से दागी गई इंटरसेप्‍टर मिसाइल ने इसे इंटरसेप्‍ट कर मार गिराया। मिसाइल के परीक्षण को देखते हुए चांदीपुर के परीक्षणस्थल के पास से 10581 लोग हटाए गए थे।

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    इंटरसेप्टर मिसाइल ने पृथ्वी मिसाइल को मार गिराया।

    लावा पांडे, बालेश्वर। विश्व के मानचित्र पर मिसाइल के क्षेत्र में भारत अब मानो लोहा साबित होने लगा है। आज 24 जुलाई बुधवार को डीआरडीओ ने चांदीपुर के आईटीआर परीक्षणस्थल से पृथ्वी-2 नामक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया।

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    पहले पृथ्वी-2 मिसाइल को 4:25 पर हवा में उड़ाया गया, इसके चंद मिनट बाद अब्दुल कलाम द्वीप से इंटरसेप्टर नामक मिसाइल को दागा गया। बंगाल की खाड़ी में जैसे ही पृथ्वी-2 मिसाइल ने प्रवेश किया तो इंटरसेप्टर मिसाइल  ने इसे इंटरसेप्ट कर यानी भेदकर मार गिराया।

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज के सफल उड़ान के लिए डीआरडीओ की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि आज फिर से डीआरडीओ ने बैलिस्टिक मिसाइल की रक्षा क्षमता का प्रदर्शन किया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर समीर वी कामत ने आज की सफल उड़ान परीक्षण के लिए पूरे डीआरडीओ टीम को बधाई दिया है।

    आज चांदीपुर से पृथ्वी-2 परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण को देखते हुए परीक्षणस्थल के आसपास के करीब 10 गांव में रहने वाले 10581 लोगों को चार अलग-अलग अस्थाई शिविरों में लाकर रखा गया था। इसके लिए उक्त लोगों को मुआवजा की राशि, खाने पीने की व्यवस्था, मनोरंजन की व्यवस्था, तथा पशुओं के लिए चार की व्यवस्था किया गया था। 

    आखिर क्या है पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल की खूबी?

    पृथ्वी-2 मिसाइल सिंगल स्टेज की लिक्विड इंजन वाली मिसाइल है, जो अधिकतम 500 किलोग्राम वजन तक विस्फोटक ढोने की ताकत रखती है। इसमें उच्च स्तर के विस्फोटक, छेद करने वाला क्लस्टर बम और टेक्निकल परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं।

    यानी किसी भी हथियार को लगाकर पृथ्वी-2 मिसाइल छोड़ दें तो दुश्मन की धरती कांप उठेगी। यह मिसाइल दुश्मन के एंटी बैलेस्टिक मिसाइल  टेक्नोलोजी को धोका देने में सक्षम है। पृथ्वी-2 मिसाइल की मारक क्षमता 350 किलोमीटर से 500 किलोमीटर तक बताया जाता है।

    क्या है इंटरसेप्टर मिसाइल, यह कैसे उपयोगी है ?

    इंटरसेप्टर मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाला एक बैलिस्टिक रोधी मिसाइल है, जो किसी भी देश से प्रक्षेपित मध्यम दूरी और अंतर महाद्वीप बैलिस्टिक मिसाइल से मुकाबला करने के लिए बनाया गया है। यह बैलिस्टिक रोधी मिसाइल है।

    एक इंटरसेप्टर मिसाइल तीन तरीके से काम करता है, वह या तो हिट तुरंत प्रणाली पर आधारित होता है, (अर्थात इंटरसेप्ट स्वतः ही अपनी ओर आ रहे मिसाइल की ओर अत्यधिक उच्च गति से जाता है) या तो वह ऐसे डिवाइस पर आधारित होता है, जिसमें निर्धारित लक्ष्य पर हमला करने के लिए आवश्यक विस्फोटक भरे होते हैं, या उपरोक्त दोनों प्रणालियों के संयोजन के आधार पर काम करता है।

    आज के परीक्षण के मौके पर चांदीपुर के अंतिरिम पारीक्षण परिषद (आइटीआर ) के एलसी 3 तथा अब्दुल कलाम दीप के परीक्षण स्थल एलसी 4  पर डीआरडीओ, आइटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों और वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद था। आज परीक्षण किए गए दोनों मिसाइल स्वदेशी ज्ञान और कौशल से बनाए गए हैं।

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