Cyclone Asani: ओडिशा के बरहमपुर आर्यपल्ली के पास अशांत समुद्र में 6 नौका पलटने से मची अफरातफरी, बाल-बाल बचे 60 मछुआरे
Cyclone Asani Newsचक्रवात असानी की वजह से समुद्र अशांत है ऐसे में आज सुबह छह नौका पलट गई इनमें 60 मछुआरे सवार थे। हालांकि सभी मछुआरों को सुरक्षित बाहर आने से एक बड़ा हादसा होने से बच गया।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। चक्रवात असानी के कारण समुद्र पूरी तरह से अशांत हैं। मछली पकड़ने गए मछुआरे वापस लौट रहे है। इसी क्रम आज सुबह 6 नाव के जरिए 60 मछुआरे समुद्र से वापस लौट रहे थे कि बरहमपुर आर्यपल्ली के पास लगभग किनारे पर पहुंचने के बाद इनकी नौकाएं समुद्री लहर में फंसकर एक के बाद एक कर पलट गई। नाव पलट जाने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। मछुआरे किसी तरह से तैर कर खुद को बचा लिया। मछुआरों के सुरक्षित बाहर निकल आने से एक बड़ा हादसा होने से बच गया है।
Cyclone Asani: मछुआरों को दी जा चुकी है चेतावनी
जानकारी के मुताबिक चक्रवात असानी को लेकर समुद्र पूरी तरह से अशांत है। ऐसे में पहले से ही मछुआरों को समुद्र से वापस आ जाने के लिए मौसम विभाग की तरफ से बार बार चेतावनी दी जा रही थी बावजूद इसके मछली पकड़ने समुद्र के भीतर गए कुछ मछुआरे समुंद्र में रह गए थे। ये मछुआरे आज नाव के जरिए लौट रहे थे कि अचानक उनकी नाव लगभग किनारे पर पहुंचने के बाद समुंद्री लहर में पलट गई। मछुआरे तो किसी तरह से तैर को खुद को बचा लिया मगर वे जो मछली पकड़े थे वह नाव के साथ ही समुंद्र में बह गई है।
समुद्र में उठ रही हैं ऊंची लहरें
यहां उल्लेखनीय है कि चक्रवात असानी गोपालपुर बंदरगाह से दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में 510 किमी. एवं पुरी से दक्षिण पश्चिम दिशा में 590 किमी. की दूरी पर केन्द्रीभूत है। वर्तमान समय में यह पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में घंटा प्रति 12 किमी. की रफ्तार से गति कर रहा है। इसके प्रभाव से गोपालपुर बेलाभूमि पूरी तरह से अशांत हो गया है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। बंदरगाह पर तीन नंबर खतरे का निशान लगाया गया है। पर्यटकों को बेलाभूमि में जाने पर रोक लगा दी गई है। गंजाम जिलाधीश ने पर्यटकों को समुद्र के किनारे बेलाभूमि ना जाने के लिए निर्देश जारी किया है।
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