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    ओडिशा में Cyclone Asani का दिखने लगा असर: समुद्र अशांत, काले बादलों से घिरा आकाश नहीं रुक रही बारिश

    By Babita KashyapEdited By:
    Updated: Tue, 10 May 2022 10:09 AM (IST)

    Cyclone Asani News चक्रवात असानी के कारण समुद्र पूरी तरह से अशांत हो गया है। भुवनेश्वर समेत तटीय जिलों में रिमझिम बारिश हो रही है। चक्रवात पुरी से 588 किमी. दूरी पर है। शाम के समय पुरी खुर्दा कटक जगतसिंहपुर गंजाम जिले में भारी बारिश होने की सम्भावना है।

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    Cyclone Asani- भुवनेश्वर समेत तटीय जिलों में रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया है।

    भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। चक्रवात असानी के समुद्र में ही कमजोर हो जाने के बावजूद समुद्र पूरी तरह से अशांत हो गया है। आसमान काले बादलों से ढका है। राजधानी भुवनेश्वर समेत तटीय जिलों में रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया है। समुद्र अशांत रहने से पर्यटकों को समुंद्र में नहाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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    मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान समय में चक्रवात पुरी से 588 किमी. दूरी पर है। आज शाम तक उत्तर आन्ध्र एवं ओडिशा तट पर पहुंचने के बाद रिकर्व कर उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में गति करेगा। ओडिशा तटीय क्षेत्र को पार करते समय प्रदेश के तटीय जिलों में भारी बारिश होने के साथ ही 40 से 50 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की सम्भावना मौसम विभाग की तरफ से जतायी गई है। बीच-बीच में झटका पवन की रफ्तार 60 किमी. हो सकती है।

    Cyclone Asani- इन जिलों में येलो अलर्ट जारी

    उल्लेखनीय है कि चक्रवात के स्थल भाग से ना टकराने के बावजूद ओडिशा तट से गुजरेगा। ऐसे में इसका प्रभाव अभी से देखा जा रहा है। राजधानी भुवनेश्वर समेत तटीय जिलों में आसमान काले बादलों से ढक गया है। ठंडी हवा चलने के साथ ही रिमझिम बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग का कहना है कि शाम के समय पुरी, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, गंजाम जिले में भारी बारिश होने की सम्भावना है। उसी तरह से 12 मई को पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, केन्द्रापड़ा, बालेश्वर, भद्रक जिले में बारिश के लिए पीली चेतावनी जारी की गई है।

    समुद्र से दूर रहें मछुआरे

    12 मई तक मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है। गोपालपुर, धामरा, पारादीप एवं पुरी बंदरगाह में दो नंबर खतरे का निशान जारी किया गया है। बारिश को ध्यान में रखकर किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए प्रभावित होने वाले जिलों में जिलाधीश को दायित्व दिया गया है। आवश्यक स्थानों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। किसी भी परिस्थिति से मुकाबला करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार रहने की जानकारी विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने दी है।