काले कपड़ों में कांग्रेस MLA बजाने लगे झांझ-बांसुरी, विरोध-प्रदर्शन के बीच ओडिशा विधानसभा में जमकर हंगामा
ओडिशा विधानसभा में महिला अत्याचार और नाबालिग गर्भवती प्रसंग को लेकर विपक्षी दल बीजद और कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। विरोध के कारण सदन में प्रश्नकाल नहीं चल सका और विधानसभा अध्यक्ष सूरमा पाढ़ी को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस विधायकों ने काला ड्रेस पहनकर और सिर पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार उनकी आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच चल रहा गतिरोध शुक्रवार को भी जारी रहा। महिला अत्याचार, नाबालिग गर्भवती प्रसंग को लेकर विरोधी दल बीजद एवं कांग्रेस विधायकों के हंगामे के कारण सदन में प्रश्नकाल नहीं चल सका।
सदन में लगातार हंगामा जारी रहने से विधानसभा अध्यक्ष सूरमा पाढ़ी को आज भी सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
काला ड्रेस पहने पहुंचे विधायक
जानकारी के मुताबिक हर दिन की तरह आज भी विधानसभा की कार्यवाही समय से शुरू हुई, परन्तु नजारा कुछ अलग दिखा। आम तौर पर सफेद कुर्ता या शर्ट पहने वाले कांग्रेस के विधायक आज काला ड्रेस पहनने के साथ ही सिर पर काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे और प्रतिवाद किया।
इतना ही नहीं एक दिन पहले सदन में सिटी मारकर विरोध प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस विधायक आज सदन के मध्य भाग में आकर झांझ-बांसुरी, घंट-घंटा सहित कई वाद्य यंत्र बजाते नजर आए।
विपक्ष की आवाज को दबाने का किया जा रहा काम
कांग्रेस विधायकों का कहना है कि हम महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लिए एक समिति के गठन की मांग कर रहे हैं, मगर हमारी मांग पर गौर नहीं किया जा रहा है। विरोधी दल के नेताओं ने कहा है कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।
विरोधी दल के नेताओं के साथ ही मीडिया का भी गला घोंटा जा रहा है, मीडिया प्रतिनिधि के मोबाइल पर रोक लगायी जा रही है। यह सरकार के एकछत्रवाद शासन एवं अलोकतांत्रिक शासन को दर्शाता है।
विधानसभा में विरोधी दल की अनदेखी किए जाने को लेकर बीजद के विधायकों ने भी आज शासक दल को घेरा और प्रदर्शन किया। बीजद विधायक अरुण साहू ने कहा कि सदन की कार्यवाही का लाइव विजुअल नहीं दिया जा रहा है।
पिछले कुछ दिनों से विधानसभा में विरोधी दलों का विजुअल नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया किया कि विधानसभा में ऐसा क्या काम किया जा रहा है, जिसका वीडियो आम लोग नहीं देख सकते हैं।
हमारे इलाके के लोग हमारे कार्यक्रम के बारे में नहीं जान पा रहे हैं। केवल सरकारी दल के विधायक एवं मंत्री का विजुअल दिखाया जा रहा है। यह अलोकतांत्रिक है, यह एकछत्रवाद शासन है।
सदन में पहुंचे कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति
वहीं, दूसरी तरफ विधानसभा से एक सप्ताह के लिए निलंबित कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बाहिनीपति सात दिन बाद आज सदन में आए।
सदन में पहुंचने से पहले मुख्य द्वार पर नमन करने के बाद बाहिनीपति सदन में प्रवेश किया। सदन में पहुंचते ही उन्होंने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व संभाला। वह आगे रहकर घंटा बजाते हुए प्रतिवाद का नेतृत्व करते देखे गए।
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