Odisha News: छात्र संसद चुनाव से पहले दो गुटों में मारपीट, 5 से अधिक घायल और एक की हालत गंभीर
उत्कल विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संसद चुनाव से पहले दो गुटों में हिंसक झड़प हुई जिसमें कई छात्र घायल हो गए। एबीवीपी द्वारा आयोजित कार्यक्रम का विरोध करने पर विवाद शुरू हुआ जो मारपीट में बदल गया। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और कैंपस में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दोनों गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने तनाव बढ़ा दिया है।

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। छात्र संसद चुनाव से पहले उत्कल विश्वविद्यालय कैंपस (वाणीविहार) में अशांति फैल गई है। वर्चस्व को लेकर दो छात्र गुट आमने-सामने आ गए हैं। हमले और पलटवार में दोनों गुटों के पांच से अधिक छात्र और गैर-छात्र घायल हो गए हैं।
इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसे पहले कैपिटल अस्पताल और फिर एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया।
दोनों गुटों की ओर से शहीदनगर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कैंपस में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है और सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है।
छात्र संसद चुनाव नजदीक होने के कारण विभिन्न छात्र संगठन अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयास में जुटे हैं। इसी कड़ी में एबीवीपी के कुछ सदस्य कैंपस में ‘सेना के लिए राखी बांधो’ कार्यक्रम आयोजित करने के लिए इतिहास विभाग गए थे।
इस दौरान भाजपा युवा मोर्चा के कुछ सदस्य इसका विरोध करने पहुंचे, जिससे कहासुनी शुरू हो गई। धीरे-धीरे मामला हाथापाई में बदल गया। शाम होते-होते स्थिति और भयावह हो गई।
बताया जा रहा है कि एबीवीपी गुट की ओर से युवा मोर्चा की एक छात्रा पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई, जिससे मामला और भड़क उठा। छात्रा ने अपने सहपाठियों और दोस्तों को फोन कर जानकारी दी।
सूचना मिलते ही वे लोग कैंटीन के पास पहुंचे और टिप्पणी करने वाले छात्र से पूछताछ करने लगे। इसी दौरान दोनों गुटों के छात्र और कुछ बाहरी लोग आपस में भिड़ गए और मारपीट शुरू हो गई, जो करीब एक घंटे तक चली।
स्थिति बिगड़ते देख शहीदनगर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों गुटों के छात्रों को समझा-बुझाकर शांत करने की कोशिश की। घायलों को कैपिटल अस्पताल भेजा गया।
हालांकि पुलिस हस्तक्षेप से थोड़ी देर के लिए स्थिति काबू में आई, लेकिन अब भी तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। सुरक्षा के मद्देनजर कैंपस में सख्त पेट्रोलिंग की जा रही है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, दोनों गुट एक ही सत्तारूढ़ दल के समर्थक हैं। वर्चस्व को लेकर दोनों के बीच बीते कुछ दिनों से विवाद चल रहा था, जो आज हिंसक रूप ले लिया।
एबीवीपी का दावा है कि हमले में घायल उनके छात्र पर भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने हमला किया, जिससे कैंपस की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
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