Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Odisha News: स्कूलों में ड्रॉपआउट कम करने सरकार ने शुरू की पदयात्रा, केंद्रीय शिक्षा मंत्री हुए शामिल

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 04:04 PM (IST)

    केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान संबलपुर में चलो स्कूल चलें जागरूकता पदयात्रा में शामिल हुए। इस राज्यव्यापी अभियान का उद्देश्य स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाना है। मंत्री प्रधान ने कहा कि सरकार ड्रॉपआउट कम करने नामांकन बढ़ाने और साक्षरता दर में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है।

    Hero Image
    केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पदयात्रा में हुए शामिल। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, संबलपुर। रविवार के दिन, केंद्रीय शिक्षा मंत्री व संबलपुर सांसद धर्मेंद्र प्रधान संबलपुर में आयोजित 'चलो स्कूल चलें' जागरूकता पदयात्रा में शामिल हुए।

    यह राज्यव्यापी अभियान उन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए है, जो स्कूल छोड़ चुके हैं, जिन्होंने स्कूल में दाखिला ही नहीं लिया है और जो स्कूल नहीं जा रहे हैं।

    इस अवसर पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी राष्ट्रीय शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य देश के प्रत्येक बच्चे को स्कूल तक पहुंचाना और उसे उसकी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ड्रॉपआउट कम करने, स्कूलों में छात्रों का नामांकन बढ़ाने, स्कूल के बुनियादी ढांचे का विकास करने और साक्षरता दर बढ़ाने के लिए भी तत्पर है।

    शिक्षा मंत्रालय को यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम- 2025 के अंतर्गत 15 वर्ष से अधिक आयु के निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं।

    संबलपुर जिला में स्कूल जाने वाले छात्रों की संख्या अन्य जिलों की तुलना में काफी बेहतर है। संबलपुर जिले में वर्तमान विभिन्न श्रेणियों में लगभग 3000 बच्चे स्कूल से बाहर हैं। उन्हें स्कूली शिक्षा और कौशल से जोड़ने के लिए राज्य सरकार द्वारा Chalo School Chalen जैसा अभियान एक सराहनीय कदम है।

    भाजपा सरकार का मुख्य उद्देश्य सभी को 'विकसित ओडिशा' और 'विकसित भारत' से जोड़ना है। यह केवल बयानबाजी या समाचारों का विषय नहीं है, बल्कि इसके लिए छात्रों से बड़े वर्ग को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

    छात्रों को शिक्षित करने, निरक्षरों को साक्षर बनाने, वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने और स्वदेशी सामग्रियों के उपयोग से ही हमारा देश शिक्षा और समाज की दृष्टि से बेहतर और मजबूत बनेगा।

    उन्होंने स्कूल जाने और पढ़ने का माहौल बनाने की सलाह दी और कहा कि आज के स्कूली छात्रों के नेतृत्व में ही विकसित भारत का सपना साकार होगा। 

    स्थानीय रिज़र्व पुलिस ग्राउंड से गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय तक आयोजित इस पदयात्रा में पंचायतीराज मंत्री रवि नारायण नायक, उत्तरांचल पुलिस आईजी हिमांशु लाल, जिलाधीश सिद्धेश्वर बलिराम बोंदर, पुलिस अधीक्षक मुकेश भामू, महानगर निगम आयुक्त रेहान खत्री, जिला शिक्षा अधिकारी लक्ष्मण भोई शामिल समेत स्कूली छात्र, शिक्षक, शिक्षाविद, अभिभावक, शिक्षा अधिकारी और प्रबंधन समिति के सदस्य शामिल रहे।

    यह भी पढ़ें- कोणार्क सूर्य मंदिर में 40 देशों के युवा कूटनीतिज्ञों का दौरा, भारतीय धरोहर की भव्यता ने किया मंत्रमुग्ध