Odisha News: ब्राह्मणी नदी तट में कटाव से बाढ़ का खतरा, चपेट में लहुणीपाड़ा ब्लाक के 15 गांव
राउरकेला के बणई सदर ब्लॉक में ब्राह्मणी नदी के कटाव से 15 से अधिक गांवों पर खतरा मंडरा रहा है। बाढ़ के कारण किसानों के खेत नदी में समा रहे हैं। विधायक लक्ष्मण मुंडा ने प्रशासन से तटबंध बनाने की मांग की है। बालू खनन से स्थिति और गंभीर हो गई है। उन्होंने राज्य सरकार से जल्द कदम उठाने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, राउरकेला। बणई सदर ब्लाक क्षेत्र में ब्राह्मणी नदी तट का कटाव तेजी से बढ़ा है। इससे नदी तट में बसे तुमकेला, अर्कइकेला, केनापाली, लड़ाम, उर्मेइ, ललेइ, सुआरपाली, जमकेइ, उपुर्डा, जकइकेला, जांगड़ा, गोगुआ, बड़गां समेत 15 से अधिक गांवों के नदी में लीन होने की आशंका है।
ब्राह्मणी नदी में बाढ़ से नदी का मार्ग बदलने का खतरा बना हुआ है। विधायक लक्ष्मण मुंडा ने प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करने के साथ ही जिला खनिज कोष से तट पर पत्थर पैकिंग करने के साथ ही तटबंध निर्माण कराने की मांग की है।
खेतों में बढ़ रहा है पानी
मंदिरा डैम का जल स्तर बढ़ने के कारण नौ गेट खोले जा चुके हैं, इससे ब्राह्मणी नदी में बाढ़ से तट का कटाव तेजी से हो रहा है। बड़ी संख्या में किसानों के खेत नदी में लीन हो चुके हैं एवं कई तट के पास आ गए हैं।
नदी के पानी से पेड़ों को भी क्षति हो रही है इसे लेकर लोगों की चिंता भी बढ़ रही है। इस समस्या के समाधान के लिए नेता, प्रशासनिक अधिकारी एवं जल संसाधन विभाग का भी ध्यान आकृष्ट किया गया है, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया है।
भारी मात्रा में होता है बालू का खनन
ब्राह्मणी नदी से हर साल नीलामी के बाद घाटों से भारी मात्रा में बालू का खनन किया जा रहा है और इससे राजस्व की प्राप्ति हो रही है पर इस क्षेत्र की सुरक्षा व विकास के लिए राशि खर्च नहीं की जा रही है।
बालू खनन के कारण ही नदी का मार्ग बदल रहा है और गांवों तक पानी पहुंच रहा है। इलाके संयंत्रों को भी इसी नदी से पानी मिलता है पर गांवों की सुरक्षा के लिए कोई पहल नहीं हो रही है।
खान प्रभावित क्षेत्र में बणई ब्लाक आता है पर इसके लिए राशि स्वीकृत नहीं की गई है। बणई से होकर ब्राह्मणी नदी प्रवाहित होती है। नदी के किनारे कई गांव बसे हैं। कई गांवों की जमीन नदी में जा चुकी है।
इन गांवों को बचाने के लिए राज्य सरकार को तटबंध व पत्थर बांध बनाने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। शीघ्र कदम नहीं उठाया गया तो गांव नदी में लीन हो जाएंगे। -लक्ष्मण मुंडा, विधायक, बणई।
यह भी पढ़ें- Odisha News: हीराकुंड बांध के 20 गेटों से छोड़ा जा रहा है महा नदी में पानी, कई जिलों में बढ़ा बाढ़ का खतरा
यह भी पढ़ें- Odisha Weather: ओडिशा में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।