Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हर दिन 15 मौतें...ओडिशा में सड़क हादसों पर आया चौंकानेवाला रिपोर्ट, जानें पूरे देश में हर घंटे जा रही कितनी जानें

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Wed, 01 Nov 2023 01:02 PM (IST)

    सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से भारत में सड़क दुर्घटनाओं पर एक वार्षिक रिपोर्ट जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और घायलों की संख्या के मामले में ओडिशा राज्यों में 13वें स्थान पर है। साल 2021 के मुकाबले साल 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 5467 लोगों की मौत हुई जो 7.6 प्रतिशत अधिक है।

    Hero Image
    ओडिशा में सड़क हादसों पर आया चौंकानेवाला रिपोर्ट

    संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। ओडिशा में प्रतिदिन औसतन 15 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी 'भारत में सड़क दुर्घटनाओं' पर वार्षिक रिपोर्ट में यह कहा गया है।

    गंभीर चोटों के मामले में शीर्ष स्‍थान पर ओडिशा

    रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में ओडिशा में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 5,467 लोगों की मौत हुई, जो 2021 की तुलना में 7.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती है।

    ओडिशा के लिए चिंता की बात यह है कि गंभीर चोटों के मामले में वह शीर्ष स्थान पर है। ऐसे व्यक्तियों की संख्या 46.9 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय औसत 36.5 प्रतिशत है।

    सड़क हादसों में बड़ी संख्‍या में जा रही लोगों की जान

    सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और घायलों की संख्या के मामले में ओडिशा राज्यों में 13वें स्थान पर है। रिपोर्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर एक गंभीर तस्वीर पेश की जिसमें वर्ष 2022 में देश में हर दिन औसतन 1,264 दुर्घटनाएं और 462 मौतें या हर घंटे 53 दुर्घटनाएं और 19 मौतें हुईं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें: ओडिशा की बेटी ने बढ़ाया मान, निशानेबाजी में पक्का किया ओलंपिक का टिकट; एशियन चैंपियनशिप में किया था शानदार प्रदर्शन

    सड़क हादसों का कुछ ऐसा है आंकड़ा

    2022 में 64,105 दुर्घटनाओं में 13.9 प्रतिशत के साथ तमिलनाडु में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, इसके बाद मध्य प्रदेश 54,432 यानी 11.8 प्रतिशत का स्थान है।

    सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश में 22,595 यानी, 13.4 प्रतिशत के साथ राज्यों में शीर्ष पर है, इसके बाद तमिलनाडु में 17,884 यानी, 10.6 प्रतिशत है।

    यह भी पढ़ें: बढ़ रही दिल की धड़कनें, सोने पर नहीं आ रही नींद...ट्रेन में बैठते ही माथे पर आ रही शिकन; लगातार हादसों से डरे यात्री