अंडर-14 महिला फुटबाल टीम नेपाल से सुरक्षित दिल्ली लौटी
नेपाल में फंसी अंडर-14 की महिला फुटबाल टीम सुरक्षित दिल्ली वापस लौट आई है। नेपाल में आए भयंकर भूकंप के बाद भारतीय टीम फंस गई थी। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि महिला टीम की सुरक्षित वापसी हमारी पहली प्राथमिकता है।
काठमांडू। नेपाल में फंसी अंडर-14 की महिला फुटबाल टीम सुरक्षित दिल्ली वापस लौट आई है। नेपाल में आए भयंकर भूकंप के बाद भारतीय टीम फंस गई थी। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि महिला टीम की सुरक्षित वापसी हमारी पहली प्राथमिकता है। इससे पहले नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई ने भूकंप के बाद की विनाशलीला से निपटने में भारत की सहयोग की प्रशंसा की है। उन्होंने भारत सरकार का आभार जताया है।
पूर्व पीएम ने कहा कि भूकंप के कारण नेपाल में पिछले 80 वर्षों में सबसे अधिक जन-धन की क्षति हुई है। भूकंप के बाद नेपाल में भयावह मंजर है। इसके चलते अबतक 2200 से अधिक मौतें हुई हैं। मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इस बीच नेपाल सरकार ने एक हफ्ते के लिए सभी स्कूल कॉलेजों को बंद करने का एलान किया है।
इस बीच भारतीय पर्यटक जो नेपाल में फंसे हुए हैं उन्होंने नेपाल के त्रिभुवन एयरपोर्ट पर हंगामा किया। खबरों के मुताबिक पर्यटक जानकारी न मिलने के अभाव में नाराज थे। उनका कहना था कि हमें किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी जा रही है कि किस फ्लाइट से व किस समय पर जाना है। हालांकि भारतीय वायुसेना का रेसक्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। इस बीच वायुसेना का C-17 विमान 225 भारतीय यात्रियों को लेकर काठमांडू से दिल्ली वापस लौटा है।
इससे पहले, नेपाल में आज दोपहर 12:39 बजे फिर भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 मापी गई। भूकंप से लोगों में घबराहट फैल गई। अस्पतालों में भी अफरातफरी मच गई। कई मरीज अपनी जान बचाकर भागे।
पूरे नेपाल में कल के भूकंप के बाद मौत के खौफ में जी रहा है। लोगों ने अपना घर छोड़कर सड़कों व खुले मैदानों पर रहकर रात गुजारी। आज सुबह 5 बजे के करीब नेपाल में फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.6 मापी गई। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे तक लोगों को सतर्क रहने को कहा है। भूकंप के बाद जो छोटे झटके आते हैं उनमें कमजोर मकानों के गिरने के डर रहता है।
नेपाल में कल आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या 2000 के पार पहुंच गई है। सैकड़ों लोगों के अब भी दबे होने की आशंका है। भूकंप की वजह से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। कई मकान धराशायी हो गए हैं, सड़कें धंस गई हैं। लोगों में अब भी भूकंप को लेकर इतना खौफ है के लोगों ने सड़क पर ही पूरी रात गुजारी है। संचार व्यवस्था को भारी नुकसान पुहंचा है।
नेपाल में कल भारतीय समयानुसार सुबह 11.41 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 दर्ज की गई। भूकंप के ये झटके दिल्ली से गुवाहाटी और श्रीनगर से जयपुर तक महसूस किए गए। यहां तक कि भूकंप के आधे घंटे बाद तक छह झटके महसूस किए गए।
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