पद संभालते ही देश से बाहर निकाले जाएंगे 30 लाख अवैध शरणार्थी: डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति का पद संभालते ही उनकी प्राथमिकताओं में मैक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनवाना और देश में मौजूद 30 लाख शरणार्थियों को बाहर करना होगा।
वाशिंगटन (एएफपी)। अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वह पद संभालते ही ऐसे तीस लाख शरणार्थियों को जिनके पास में वैध कागजात नहीं हैं, उन्हें देश से बाहर निकाल देंगे। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अमेरिका में बढ़ रहे अपराधों को रोकने के लिए यह बेहद जरूरी है। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि यह लोग आपराधिक छवि के हैं, जिनमें ड्रग माफिया भी शामिल हैं। ट्रंप का कहना था कि इस तरह के करीब बीस से तीस लाख लाेग अमेरिका में मौजूद हैं, जिनके पास वैध कागजात नहीं हैं और वे देश में रह रहे हैं। एक घंटे के इस इंटरव्यू उन्होंने कई अन्य अहम मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी।
इस इंटरव्यूू में उन्होंने एक बार फिर से अमेरिका के मैक्सिको से लगी सीमा पर दीवार बनाने की बात दोहराई। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि पूरी सीमा पर दीवार का बनाया जाना संभव नहीं होगा, लिहाजा कुछ जगहों पर फेंसिंग की जाएगी। लेकिन कुछ जगहों पर ऊंची दीवार का बनाया जाना ही सही विकल्प होगा। राष्ट्रपति चुने जाने के बाद यह उनका पहला इंटरव्यू था।
हिलेरी ने हार के लिए एफबीआइ को बताया जिम्मेदार
बॉर्डर सिक्योरिटी पहली प्राथमिकता
अपने चुनाव प्रचार में डोनाल्ड ट्रंप ने यह साफ कर दिया था कि यदि कोई देश अपने लोगों को जो अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं, वापस नहीं लेता है तो वह पद संभालने के बाद उस देश के लेागों को वीजा देना बंद कर देगा। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान ही यह बात साफ कर दी थी कि अमेरिका की सुरक्षा को लेकर वह किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करने वाले हैं। फिर चाहे उनके फैसले से कोई खुश हो या नाराज। इस इंटरव्यूू में उन्होंने कहा कि एक बार सीमा सुरक्षित होने के बाद और चीजें सामान्य होने के बाद हम उन लोगों पर ध्यान देंगे जो लोग देश के लिए खतरा हैं। हम उन्हें देश से बाहर करने के लिए दृढ़ संकल्प हैं, लेकिन इस सभी से पहले हमें देश की सीमाओं को सुरक्षित करना होगा।
न डरें अल्पसंख्यक
उनका यह इंटरव्यू ऐसे समय में आया है जब उनके राष्ट्रपति चुने जाने के बाद लगातार कई जगहों पर उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं उनके राष्ट्रपति बनने को लेकर अल्पसंख्यक खासा डरे हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने उनका विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को भी उनसे न डरने की सलाह दी है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि वह अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं हैं।
समलैंगिक विवाह के खिलाफ नहीं ट्रंप
राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दिए इस पहले इंटरव्यू में उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि वह समलैंगिक विवाह के खिलाफ नहीं हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति बनने के बाद अपना वेतन भी नहीं लेंगे।
छुट्टियां नहीं लेंगे ट्रंप
साक्षात्कार में कहा कि वह राष्ट्रपति को मिलने वाला सालाना चार लाख अमेरिकी डॉलर का वेतन नहीं लेंगे, और कोई छुट्टी भी नहीं लिया करेंगे। सितंबर माह में चुनाव प्रचार के दौरान जारी वीडियो में किए वादे को पूरा करने की पुष्टि करते हुए सीबीएस चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि "मुझे लगता है, कानूनन मुझे कम से कम एक डॉलर वेतन लेना ही होगा, सो, मैं सालाना एक डॉलर लिया करूंगा। हमें बहुत काम करना है और मैं यह लोगों के लिए करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि हमें करों की दर घटानी है साथ ही हम स्वास्थ्य की देखभाल (हेल्थकेयर) के लिए काम करेंगे। अभी बहुत कुछ करना है... इसलिए मुझे नहीं लगता कि हम लोग ज्यादा छुट्टियां करेंगे।
हिलेरी की जबरदस्त हार
गौरतलब है कि अमेरिका में 8 नवंबर को हुए चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट पार्टी की अपनी प्रतिद्वंदी और पूर्व प्रथम महिला हिलेरी क्लिंटन को अप्रत्याशित रूप से शिकस्त देते हुए एेतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस चुनाव के बाद हिलेरी ने अपनी हार का ठीकरा एफबीआई डायरेक्टर पर फोड़ते हुए उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था।
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