ड्रग्स उत्पादक देशों की अमेरिकी सूची में भारत का नाम
अमेरिका ने नशीली दवाओं के उत्पादक देशों की सूची में भारत का नाम भी शामिल किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत और पाकिस्तान समेत 22 ऐसे देशों को चिन्हित किया है जो ड्रग्स के प्रमुख उत्पादक देश हैं या इनकी तस्करी का केंद्र हैं। ये ऐसे देश हैं जहां या तो बड़े पैमाने पर गैरकानूनी तरीके से नश
वाशिंगटन। अमेरिका ने नशीली दवाओं के उत्पादक देशों की सूची में भारत का नाम भी शामिल किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत और पाकिस्तान समेत 22 ऐसे देशों को चिन्हित किया है जो ड्रग्स के प्रमुख उत्पादक देश हैं या इनकी तस्करी का केंद्र हैं।
ये ऐसे देश हैं जहां या तो बड़े पैमाने पर गैरकानूनी तरीके से नशीली दवाओं का उत्पादन होता है अथवा वहां से इन्हें अन्य देशों में ले जाया जाता है।
सूची में नाम होने का अर्थ
सूची में किसी देश का नाम होना दर्शाता है कि वहां पर कई ऐसे आर्थिक, वाणिज्यिक और भौगोलिक कारण हैं जिसकी वजह से वहां पर इन मादक पदार्थो के उत्पादन अथवा उनकी तस्करी को बढ़ावा मिलता है। इसका यह अर्थ नहीं है कि ये देश अमेरिका के साथ मादक पदार्थो के प्रभाव को रोकने के उपायों पर साथ नहीं दे रहे।
नशीली दवाओं के उत्पादक देश
भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बहामास, बेलीज, बोलीविया, बर्मा, कोलंबिया, कोस्टा रिका, डोमिनिकन रिपब्लिक, इक्वाडोर, अल सल्वाडोर, ग्वाटेमाला, हैती, होंडुरास, जमैका, लाओस, मेक्सिको, निकारागुआ, पनामा, पेरू, वेनेजुएला।
असफल देश
इन 22 देशों में तीन देशों बोलीविया, बर्मा और वेनेजुएला को पिछले 12 महीनों के दौरान नशीली दवाओं पर रोक लगाने के संबंध में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के लिए कारगर प्रयास करने में असफल पाया गया।
प्रतिबंध का खतरा
जब सूची में नाम वाला कोई देश मादक पदार्थो पर नियंत्रण करने के अंतरराष्ट्रीय संधिपत्रों और समझौतों के अनुरूप कार्रवाई करने में विफल रहता है तब उसे राष्ट्रपति 'प्रमाणिक रूप से असफल' करार देते हैं। किसी देश को ऐसी श्रेणी में रखने से उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।