मोदी को वीजा देने पर अमेरिका की चुप्पी कायम
भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को वीजा देने पर लगातार चुप्पी बरकरार रखते हुए अमेरिका ने कहा है कि राष्ट्र और सरकार के प्रमुख ए1 वीजा के पात्र हैं। कोई भी व्यक्ति अमेरिकी वीजा के लिए अपने आप पात्र नहीं होता। ए1 वीजा सरकारी अधिकारियों या कर्मचारियों को आधिकारिक यात्रा पर आने पर दिया जाता है।
वाशिंगटन। भाजपा नेता नरेंद्र मोदी को वीजा देने पर लगातार चुप्पी बरकरार रखते हुए अमेरिका ने कहा है कि राष्ट्र और सरकार के प्रमुख ए1 वीजा के पात्र हैं। कोई भी व्यक्ति अमेरिकी वीजा के लिए अपने आप पात्र नहीं होता। ए1 वीजा सरकारी अधिकारियों या कर्मचारियों को आधिकारिक यात्रा पर आने पर दिया जाता है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जेन सैकी ने मंगलवार को कहा कि आव्रजन और राष्ट्रीयता कानून [आइएनए] के तहत राष्ट्र और सरकार के प्रमुख ए1 वीजा के पात्र हैं। अमेरिकी कानून राष्ट्र और सरकार के प्रमुख समेत विदेशी सरकारी अधिकारियों को कुछ आधार पर छूट देते हैं। मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर क्या अमेरिका उन्हें वीजा जारी करेगा इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम वीजा मुद्दे पर बात नहीं करते हैं। हम भारत की नई सरकार के साथ काम करने को उत्सुक हैं। मैं कोई कयास नहीं लगाने जा रही। अभी तक परिणामों की घोषणा नहीं हुई है।' भारत में चुनावी नतीजों की घोषणा 16 मई को होगी।
गौरतलब है कि मोदी को वर्ष 2002 के गुजरात दंगों में कथित भूमिका के कारण अमेरिका ने वर्ष 2005 में वीजा देने से इन्कार कर दिया था। अमेरिका लंबे समय से कहता आ रहा है कि मोदी के संबंध में उसकी वीजा नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन वह वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं और अन्य आवेदकों की तरह अपने आवेदन की समीक्षा का इंतजार कर सकते हैं। पिछले साल यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया में एक बैठक को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करने की योजना को मोदी को भारतीय अमेरिकी प्राध्यापकों और छात्रों के विरोध के कारण रद करना पड़ा था। हालांकि गत फरवरी में अमेरिकी राजदूत नैंसी पावेल ने मोदी से मुलाकात कर वाशिंगटन के रुख में बदलाव का संकेत दिया था। उसके बाद से अमेरिकी अधिकारी कह रहे हैं कि भारत में अगला नेता जो भी निर्वाचित होगा अमेरिका उसका स्वागत करेगा।
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