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प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप-हिलेरी के बीच जोरदार बहस, जानें- 10 बड़ी बातें

हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में दोनों ने ही एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए।

By Saurabh KumarEdited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 05:02 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2016 09:55 AM (IST)
प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप-हिलेरी के बीच जोरदार बहस, जानें- 10 बड़ी बातें

वाशिंगटन (रॉयटर)। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीद्वार डोनाल्ड ट्रंप ने सभी को यह कहकर चौंका दिया कि यदि इस चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीद्वार हिलेरी क्लिंटन जीती तो उन्हें वह अपना पूरा समर्थन देंगे। आज शुरू हुई इस बहस में दोनों के बीच देश की अार्थिक नीतियों से लेकर सुरक्षा और विदेश नीति को लेकर जबरदस्त बहस हुई। राष्ट्रपति पद के लिए 8 नवंबर को चुनाव होने हैं। दोनों नेताओं के बीच जारी बहस अमरीकी चुनावी प्रक्रिया का अहम हिस्सा है।

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न्यूयार्क में हुई इस डिबेट को करोड़ों लोगों ने अपने टीवी सेट पर भी देखा। चुनाव के दिन नजदीक आते-आते दोनों उम्मीदवारों की लोकप्रियता में बहुत कम अंतर रह गया है। फिलहाल इसमें क्लिंटन, ट्रंप से कुछ ही आगे हैं। यह बहस भारतीय समयानुसार आज सुबह करीब 6.30 बजे शुरू हुई। न्यूयॉर्क में हेम्पस्टीड स्थित होफस्ट्रा यूनिवर्सिटी में चल रही इस बहस पर अमेरिका ही नहीं, दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं। हिलेरी क्लिंटन के रूप में किसी बड़ी पार्टी ने पहली बार एक महिला को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस बहस के अहम दस बिंदुओं पर एक नजर:-

कानून व्यवस्था पर सवाल

बहस में ट्रंप ने कहा कि हमारे देश में कानून व्यवस्था बहुत बड़ी चुनौती बन गई है। सड़कों पर खुलेआम गैंग घूम रहे हैं। हमें और पुलिस चाहिए। बेहतर सामुदायिक संबंध चाहिए। शिकागो समेत कई जगहों पर कई बार गोलीबारी हुई है जिसमें कई लोगों की मौत हुई है और कई घायल भी हुए हैं। कुछ ही समय में अमेरिका के विभिन्न राज्यों में 2200 मर्डर हुए, लेकिन रोककर तलाशी लेने की वजह से यह 500 पर सिमट गए। 'रोको और तलाशी लो' की नीति से अमेरिकी सुरक्षा पर बेहद गहरा असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि वह अमेरिका को दोबारा से महान बनाना चाहता हैं और वह ऐसा करने में सक्षम हैं। इसके जवाब में हिलरी का कहना था कि हमें उन लोगों से हाथों से हथियार वापस लेने होंगे, जिनके हाथों में वे नहीं होने चाहिएं। मैं अपने देश की ऐसी नेता बनना चाहती हूं, जिस पर देशवासी घर या विदेश, दोनों जगह भरोसा कर सकें।

प्रवासियों पर सवाल

प्रवासियों पर अपने बयान को लेकन आलोचना झेलने वाले ट्रंप ने साफतौर पर कहा कि हमें अपने देश में आनेवाले प्रवासियों खासतौर पर मुस्लिम प्रवासियों पर रोक लगानी होगी। उनका कहना था कि हमारे यहां गैरकानूनी अप्रवासी हैं और उनके पास बंदूकें हैं। हमें बेहद सर्तक रहना होगा। इस वक्त हमारी पुलिस बेहद डरी हुई है। हम क्या कर रहे हैं, क्या हमारे यहां जंग छिड़ी है? ट्रंप का कहना था कि हम पूरी दुनिया की पुलिस नहीं बन सकते। हम दुनिया के देशों की हिफाजत नहीं कर सकते जबकि वे हमें इसकी कोई कीमत नहीं चुका रहे हैं।

नस्लीय टिप्पणी पर बहस

ट्रंप ने आरोप लगाया कि मैंने हिलेरी को बराक ओबामा के खिलाफ डिबेट्स की तैयारियां करते देखा है। आपने उनके साथ अपमानजनक बर्ताव किया हैै। उनका आरोप था कि हमारे राजनेताओं की वजह से अफ्रीकी-अमेरिकी समुदाय के लोगों को नीचा देखना पड़ा है। इसके जवाब में हिलेरी का कहना था कि ट्रंप के खिलाफ 1973 में नस्लीय भेदभाव के मामले में केस दर्ज होने के साथ उनका करियर शुरू हुआ। जस्टिस डिपार्टमेंट ने उनके खिलाफ दो बार केस किया। हिलेरी ने ट्रंप पर उनका नस्लीय बर्ताव करने का लंबा रिकार्ड बताया। उन्होंने कहा कि हमें समुदायों के बीच दोबारा से भरोसा कायम करना होगा। इस डिबेट के लिए तैयारी करने के लिए ट्रंप ने मेरी आलोचना की। लेकिन मैंने एक और चीज के लिए तैयारी की है। मैंने अमेरिकी प्रेजिडेंट बनने की तैयारी की है। उनका कहना था कि यह बेहद नकारात्मक है कि ट्रंप ने देश के अश्वेत समुदाय की ऐसी नकारात्मक तस्वीर पेश की है।

परमाणु हथियारोंं पर राय

इस बहस के दौरान रिपब्लिकन उम्मीद्वार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि परमाणु हथियारों से दुनिया को सबसे बड़ा खतरा है। लेकिन ग्लोबल वार्मिंग के लिए यह जिम्मेदार नहीं हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर अपने को सुरक्षित रखना है तो उसके लिए अपने को परमाणु हथियार संपन्न करना बेहद जरूरी है।

अमेरिका में नौकरियां बढ़ाने पर बहस

ट्रंप ने आरोप लगाया कि हिलेरी के पास नौकरियां पैदा करने की कोई योजना नहीं है। लेकिन मैं नौकरियां वापस दिला सकता हूं, आप ऐसा नहीं कर सकतीं। हिलेरी ने वादा किया कि वो पूँजी निवेश बढ़ाएंगी और दावा किया एक करोड़ नौकरियां पैदा करेंगी। जहाँ ट्रंप ने कहा कि नौकरियां अमेरिका से बाहर जा रही हैं, वहीं क्लिंटन ने कहा कि ट्रंप ने हाउसिंग संकट को भी अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश की थी। इस आर्थिक संकट के दौरान नौ लाख लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा था, 50 लाख को घर गंवाना पड़ा था और एक अनुमान के मुताबिक 13 खरब डॉलर का नुक़सान हुआ।

टैक्स छिपाने, ईमेल डिलीट करने पर बहस

हिलेरी ने आरोप लगाया कि ट्रंप अपनी ही दुनिया में जी रहे हैं और टैक्स छिपा रहे हैं। इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि जब क्लिंटन अपने फ़ोन से डिलीट किए गए 30 हजार ईमेल सार्वजनिक कर देंगी तो वो भी अपनी रिटर्न सामने ले आएंगे। इस पर हिलेरी ने माना कि उनसे ईमेल डिलीट होने के मामले में ग़लती हुई थी और वो दोबारा ऐसा नहीं करेंगी।

यूएस को कर्जदार बनाने पर बहस

हिलेरी ने कहा कि ट्रंप ने अपने अरबपति पिता की मदद से बिजनेस शुरू किया था लेकिन ट्रंप ने इसे एक 'छोटा सा लोन' बताया. हिलेरी ने कहा कि एक छोटा सा बिजनेस चलाने वाला पिता भले ही आपको मिलियन डॉलर की बेल न दिला सके लेकिन आपको मेहनत और ईमानदारी से काम करने का महत्व जरूर सिखा सकता है। हिलेरी ने कहा कि हमें एक ऐसी अर्थव्यवस्था तैयार करनी होगी, जो हर किसी के लिए हो, सिर्फ बड़े लोगों के लिए नहीं। हिलेरी ने कहा कि ट्रंप के पास जिस इकोनॉमिस्ट प्रोजेक्ट का प्लान है, वो देश के कर्ज को $5,000,000,000,000 बढ़ा देगा। डोनाल्ड ट्रंप ने हमलावर होते हुए कहा कि हिलेरी क्लिंटन और ओबामा की नीतियों ने पिछले 8 सालों में 9 ट्रिलियन तक कर्ज बढ़ा दिया है. ट्रंप ने कहा कि ओबामा ने 8 साल में यूएस के कर्ज को दोगुना कर दिया है।

ट्रंप का सरकार पर वार

इस बहस में बोलते हुए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी की मौजूदा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अमेरिका मुश्किल दौर से गुजर रहा है। मौजूदा समय में सत्ता उन लोगों के हाथ में है जिन्हें अर्थनीति की जानकारी नहीं है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की तरक्की उन लोगों के हाथ में सुरक्षित है जिन्हें अर्थनीति की बेहतर जानकारी है। ये सौभाग्य की बात है कि रिपब्लिकन पार्टी के पास अर्थनीति की बेहतर समझ है।

बहस पर टिकी सभी की नजरें

अमेरिका के 56 फीसदी लोग हिलेरी को नापसंद करते हैं। जबकि डोनाल्ड ट्रंप को 63 फीसदी लोग नापसंद करते हैं। अमिरिकी टेलीविजन इतिहास में ऐसे बहुत ही कम मौके आएं है, जिसमें 100 मिलियन से ज्यादा दर्शकों की मौजूदगी दर्ज की गई हो। इसमें रुट सीरीज के कई एपीसोड और सुपरबाउल के फाइनल शामिल हैं। लेकिन सोमवार को होने वाली यह राष्ट्रपति उम्मीदवारों की डिबेट इन सभी रिकार्ड को तोड़कर पहला राजनीतिक तमाशा बन सकती है, जो सुपरबाउल की सीमा को भी पार कर सकती है।

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कुछ लोगों को रास नहीं आते ट्रंप

डिबेट के रिकार्ड दर्शक होने की पहली वजह महिला और पुरुष उम्मीदवार के बीच होने वाला मुकाबला। जबकि दूसरी वजह है कि ट्रंप छिछला राजनीति ज्ञान। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप की राजनीति के फील्ड से नहीं आते हैं। लेकिन ट्रंप का मुसलमान और बाकी के खिलाफ बयान देना भी कई लोगों को पसंद आता है, जो दर्शक संख्या को बढ़ा रहे हैं। इस डिबेट के दर्शक अकेले राष्ट्रपति उम्मदावारों के अंधभक्त नहीं है, बल्कि कई आलोचक भी होंगे

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यूएस पॉलिटिक्स पर नजर रखने वालों की सोच

कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि हिलेरी जब पॉलिसी विस्तार और उसके कानूनी पहलू को लेकर बोलेंगी तो वो ट्रंप पर भारी पड़ेगी। ओपिनियन पोल में भी हिलेरी ट्रंप से आगे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि डिबेट से कोई उम्मीदवार की दावेदारी तय नहीं हो जाती है। लेकिन मतदाताओं को लुभाया जरुर जा सकता है। यह डिबेट न्यूयार्क की एक बड़े प्राइवेट विश्वविद्यालय होफ्स्ट्रा में हो रही है। जिसका मोटो है आई स्टैंड स्टीडफास्ट।

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