Muharram ka Chand 2025: मुहर्रम का चांद दिखा, 6 जुलाई को यौमे आशुरा; मौलाना ने दी जानकारी
गुरुवार को मुहर्रम का चांद दिखने के साथ ही इस्लामिक नव वर्ष की शुरुआत हो गई है, जिसकी पहली तारीख 27 जून शुक्रवार को होगी। 6 जुलाई को यौमे आशुरा मनाया जाएगा। मुहर्रम का चांद दिखने के साथ ही शिया समुदाय के लिए दो महीने आठ दिनों की शोक अवधि शुरू हो गई है।

जागरण संवाददाता, पटना सिटी। इस्लामिक कलेंडर का पहला महीना यानी मुहर्रम का चांद गुरुवार को कई इलाकों में देखा गया। नए साल की पहली तारीख 27 जून शुक्रवार को होगी। छह जुलाई को मुहर्रम की दस तारीख यानी यौमे आशुरा होगा।
यह जानकारी खानकाह शाह आरजानी के सैयद शाह तनवीर अहमद ने दी। उन्होंने बताया कि पटना और आसपास के इलाकों में बादल होने के कारण चांद नहीं देखा जा सका लेकिन, किशनगंज, पूर्णिया व अन्य जिलों में मुहर्रम का चांद देखे जाने की सूचना प्राप्त हुई है।
मजलिसे उलेमा व खुतबा ए इमामिया के महासचिव मौलाना अमानत हुसैन ने बताया कि मुहर्रम का चांद देखे जाने के साथ ही शिया समुदाय के लिए दो महीना आठ दिनों की शोक अवधि आरंभ हो गई। इस दौरान किसी तरह का उत्सव नहीं होगा। महिला शृंगार नहीं करेंगी। भोजन बेहद सादा बनेगा।
सभी सफेद व काले पोशाक पहनेंगे। घरों व इमामबाड़ों पर हर दिन मजलिस व मातम होगा। कर्बला की जंग में शहीद हुए इस्लाम धर्म के अंतिम पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के नवासे हजरत इमाम हुसैन समेत 72 लोगों को याद किया जाएगा।
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