मैनपुरी की 'गालीबाज' जेलर कोमल मंगलानी की मुश्किलें बढ़ीं, सहारनपुर की अफसर अमिता दुबे करेंगी मामले की जांच
Mainpuri Jail Superintendent Komal Mangalani Case जेल अधीक्षक का आपत्तिजनक शब्दों का वीडियो प्रसारित। आंबेडकर जयंती कार्यक्रम को चंदा न देने पर जेलकर्मियों पर भड़क रही हैं अधीक्षक। डीजी जेल ने दिए जांच के आदेश। डीजी का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मैनपुरी, जागरण टीम। इंटरनेट मीडिया पर शनिवार को प्रसारित एक वीडियो ने जेल प्रशासन में खलबली मचा दी है। वीडियो में जिला जेल की अधीक्षक कोमल मंगलानी आंबेडकर जयंती अपने संबोधन में पुलिसकर्मियों के लिए आपत्तिजनक शब्द बोलती नजर आ रही हैं। डीजी जेल ने इसकी जांच वरिष्ठ जेल अधीक्षक सहारनपुर को सौंपी है। प्रसारित वीडियो में मंच से बोलती जेल अधीक्षक कोमल मंगलानी के पीछे आंबेडकर जयंती पर कार्यक्रम का बैनर भी दिख रहा है।
कार्यक्रम में नहीं किया सहयोग, वीडियो में बोलीं
वीडियो में वे कह रही हैं कि ‘बाबा साहेब ने सभी के लिए बेहद अच्छे कार्य किए, लेकिन कारागार के कुछ लोगों ने उनके कार्यक्रम में कोई सहयोग नहीं किया। कार्यक्रम के लिए चंदा देने को कहा गया तो उनके पास 100, 200 और 500 रुपये भी नहीं निकले।
ये शर्म की बात है। घर-घर जाकर आप लोगों से पैसा मांगा जाता है, लेकिन आप लोगों ने कोई सहयोग नहीं किया’। 50-100 रुपये तो आप लोग बंदियों को थप्पड़ मारकर ले लेते हैं। इस बीच वह एक सिपाही का नाम बोलती हैं।
वह कहती हैं कि तुम लोग इतने बदतमीज और वाहियात किस्म के आदमी हो, शर्म आनी चाहिए। वीडियो के संबंध में पक्ष जानने के लिए जागरण ने जेल अधीक्षिका कोमल मंगलानी को मोबाइल पर काल किया। परंतु उनके द्वारा काल रिसीव नहीं किया गया।
अधीनस्थों को गालियां देने के मामले में होगी महिला जेल अधीक्षक की जांच
प्रदेश के कारागार विभाग में एक के बाद एक नए कारनामे सामने आ रहे हैं। माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी और माफिया अतीक के भाई अशरफ को सलाखों के पीछे सुविधाएं उपलब्ध कराने के गंभीर मामलों के बाद अब महिला अधिकारी की बदसलूकी सामने आई है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो में मैनपुरी जेल की अधीक्षिका कोमल मंगलानी अधीनस्थों को गालियां देती नजर आ रही हैं।
सिपाहियों को बताया मुफ्तखोर
इतना ही नहीं सिपाहियों को मुफ्तखोर भी बता रही हैं। प्रसारित वीडियो 14 अप्रैल को भीमराव आंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का है। जिसमें जेल अधीक्षिका बाकायदा माइक पर अधीनस्थों को बेइज्जत करती नजर आ रही हैं। डीजी जेल एसएन साबत ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है। डीजी ने सहारनपुर जेल की वरिष्ठ अधीक्षिका अमिता दुबे को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है।
अक्सर करती हैं अधीनस्थों से बदसलूकी
विभाग में चर्चा है कि जेल अधीक्षिका अक्सर अधीनस्थों से बदसलूकी करती हैं और उन्हें गालियां देती हैं। इसे लेकर अधीनस्थों में रोष है। पूरे प्रकरण को लेकर अभी कारागार मुख्यालय के अधिकारी जांच होने का हवाला देकर कुछ बोलने से बच रहे हैं। सिपाही हैं न, इतना ही सोच सकते हैं आंबेडकर जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में जेल अधीक्षिका कोमल मंगलानी मंच से अधीनस्थों को संबोधित कर रही थीं।
39 सेकेंड का वीडियो हुआ था वायरल
39 सेकेंड के प्रसारित वीडियो में वह कुछ बोलते हुए अचानक बहन... कहकर रुक जाती हैं। फिर उनके संबोधन के बीच सामने बैठे सिपाही के बात करने से नाराजगी जताते हुए अपशब्द कहती हैं। बोलती हैं कि .... उमेश यादव है न इसका नाम। गाली देने का मन करता है, तुम लोगों को। इतने वाहियात किस्म की श्रेणी है ये। मुफ्त का खाना खाने आए हैं और मुफ्त का खाना खाकर चले जाएंगे। बस इतनी सोच है हमारी। सिपाही है न, इतना ही सोच सकते हैं।
ट्वीट कर दी डीजी जेल ने जांच के आदेश की जानकारी
डीजी जेल उत्तर प्रदेश एसएन साबत ने वीडियो का संज्ञान लेकर ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा है कि मामले की जांच के लिए सहारनपुर वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे को जांच अधिकारी नामित किया है। उनकी रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाएगी।
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