Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारत में युवा और बुजुर्ग मध्यम आयु वर्ग के लोगों की तुलना में अधिक बेहतर जीवन जी रहे, सर्वे में सामने आई चौंकाने वाली बात

    Updated: Thu, 01 May 2025 06:16 AM (IST)

    हार्वर्ड और ब्रेमेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए ग्लोबल फ्लोरिशिंग स्टडी में पाया गया कि भारत में युवा और बुजुर्ग मध्यम आयु वर्ग के लोगों की तुलना में अधिक संतुष्ट और समृद्ध हैं। यह अध्ययन 22 देशों के दो लाख से अधिक लोगों पर किया गया जिसमें जीवन की खुशी स्वास्थ्य रिश्तों और अर्थ को प्रमुख आधार बनाया गया।

    Hero Image
    भारत में युवा और बुजुर्ग मध्यम आयु वर्ग से ज्यादा संतुष्ट: वैश्विक अध्ययन। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    पीटीआई, नई दिल्ली। भारत में युवा और बुजुर्ग मध्यम आयु वर्ग के लोगों की तुलना में अधिक समृद्ध हो रहे हैं। 22 देशों के दो लाख से अधिक लोगों पर किए गए एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय और जर्मनी के ब्रेमेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए ग्लोबल फ्लोरिशिंग स्टडी का मकसद किसी व्यक्ति और समुदाय के कल्याण को नियंत्रित करने वाले कारकों को समझना है। समृद्धि को ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें व्यक्ति के जीवन के सभी पहलू अच्छे हों। इस अध्ययन के निष्कर्ष नेचर पत्रिका में प्रकाशित किए गए हैं।

    भारत, मिस्त्र, केन्या और जापान में दिखा यू आकार का पैटर्न

    शोधकर्ताओं ने कहा कि अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, स्वीडन और अमेरिका सहित कई देशों में उम्र के साथ विकास की प्रवृत्ति बढ़ती है, लेकिन सभी देशों में ऐसा नहीं है। भारत, मिस्त्र, केन्या और जापान में पैटर्न कुछ हद तक यू आकार के हैं। लोगों से खुशहाली के पहलुओं जैसे खुशी, स्वास्थ्य, अर्थ और रिश्तों के साथ-साथ जनसांख्यिकीय, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक कारकों और बचपन के अनुभवों के बारे में पूछा गया। दुनिया भर में पुरुषों और महिलाओं ने समान पैटर्न की सूचना दी।

    भारत और तंजानिया में अविवाहित लोगों की स्थिति बेहतर

    अधिकांश देशों में विवाहित लोगों की समृद्धि अविवाहित लोगों की तुलना में अधिक पाई गई। हालांकि, भारत और तंजानिया में विवाहित लोगों की समृद्धि अविवाहित की तुलना में कम पाई गई। अध्ययन में नौकरी न करने वालों की तुलना में नौकरीपेशा लोगों की खुशहाली अधिक पाई गई। भारत, जापान, इजरायल आदि में नौकरी करने की तुलना में स्वरोजगार, सेवानिवृत्त लोग और छात्र अधिक संतुष्ट पाए गए। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि दुनिया भर में युवा पहले की तरह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं।

    यह भी पढ़ें: पहलगाम में ही छिपा है मास्टरमाइंड हाशिम मूसा? लश्कर के फारूक टीडवा ने रचाई बच निकलने की साजिश