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    सावधान! ट्रैफिक नियम तोड़ने पर अब बच नहीं पाएंगे, शहर छोड़ने के बाद भी ऐसे होगी जुर्माने की वसूली

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Tue, 26 Jul 2022 07:51 PM (IST)

    Breaking Traffic Rules अब ट्रैफिक नियम तोड़कर आप बच नहीं सकते। चाहे आप शहर या राज्य छोड़कर चले जाएं लेकिन सिस्टम आपको ढूंढ़ लेगा। संबंधित शहर की पुलिस को चालान भेजकर वाहन मालिक या चालक से जुर्माना वसूला जा सकेगा।

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    एनआइसी से जुड़ेंगे देशभर के इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (फाइल फोटो)

    ग्वालियर, जेएनएन। देश के विभिन्न शहरों में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत लगाए गए इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के कैमरों व ई-चालान को अब नेशनल इंफार्मेटिक्स सिस्टम (एनआइसी) से जोड़ा जा रहा है। इसके बाद यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन की पूरी जानकारी एनआइसी के सर्वर पर भेजी जाएगी। स्थानीय वाहन मालिकों से तो स्थानीय पुलिस जुर्माना वसूल लेती है लेकिन अब अन्य शहरों, बाहरी राज्य के भी शहरों का वाहन ट्रैफिक नियम तोड़कर अपने शहर चला जाता है तो भी एनआइसी से मिली सूचना पर संबंधित शहर की पुलिस को चालान भेजकर वाहन मालिक या चालक से जुर्माना वसूला जा सकेगा। इस योजना को व्यावहारिक बनाने के लिए एनआइसी व आइटीएमएस के डाटाबेस को जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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     15 दिन के भीतर जमा करना होगा चालान

    एनआइसी एक वर्चुअल कोर्ट भी तैयार कर रहा है। चालान मिलने के 15 दिन के भीतर इसमें वाहन मालिक-चालक को जुर्माना जमा करना होगा। ऐसा न करने पर जिला एवं सत्र न्यायालय में चालान प्रस्तुत कर वसूली की कार्रवाई की जाएगी। स्मार्ट सिटी में आइटीएमएस के अंतर्गत कैमरों के अलावा, स्वचालित नंबर प्लेट रिकग्निशन (पहचान) और रेड लाइट वायलेशन (उल्लंघन) डिटेक्शन कैमरे लगाए गए हैं। इनके माध्यम से प्रतिदिन हजारों फोटो खींचे जाते हैं। यातायात नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर वाहन मालिकों-चालकों के ई-चालान बनाए जाते हैं।

    जुर्माना राशि की वसूली यातायात पुलिस करेगी

    स्मार्ट सिटी के अमले के पास कार्रवाई का अधिकार नहीं है इसलिए चालान के जुर्माना राशि की वसूली यातायात पुलिस के माध्यम से करवाई जाती है। यदि वाहन किसी अन्य शहर या राज्य का है, तो स्थानीय पुलिस का भी अधिकार समाा हो जाता है। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए ही अब आइटीएमएस के माध्यम से बनने वाले ई-चालान का डाटा एनआइसी से जोड़ा जा रहा है। इसके बाद आइटीएमएस का डाटा एक ही सर्वर में एकत्र रहेगा। यदि किसी अन्य शहर का वाहन यातायात नियम तोड़कर गया है, तो एनआइसी उसका चालाना संबंधित शहर की पुलिस को भेजकर वसूली करवाएगी।

    भुगतान के विकल्प भी मिलेंगे

    फिलहाल आइटीएमएस से बनने वाले चालान के लिए आनलाइन और नकद भुगतान का ही विकल्प मिलता है। एनआइसी से जुड़ने के बाद विकल्प बढ़ जाएंगे। क्रेडिट व डेबिट कार्ड और यूपीआइ से चालान की राशि का भुगतान किया जा सकेगा।

    सारा डाटा केंद्रीकृत हो जाएगा

    एनआइसी से स्मार्ट सिटी के आइटीएमएस को जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। संयुक्तीकरण होने के बाद सारा डाटा केंद्रीकृत हो जाएगा। दूसरे शहर के वाहन चालकों से भी जुर्माना राशि वसूली जा सकेगी।

    -अनुराधा जैन, सीनियर टेक्निकल डायरेक्टर, एनआइसी