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International Yoga Day 2020: योगमुद्रासन से दमा व कफ को कहिए ना, मधुमेह के रोगी के लिए रामबाण

Benefits of Yogamudra Asna योग मुद्रा और आसन तीनों के समावेश होने के कारण इसे योगमुद्रासन कहा जाता है। इस आसन को पांच से दस सेकंड तक एक बैठकी में तीन बार करना लाभदायक होता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 12:35 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 01:28 PM (IST)
International Yoga Day 2020: योगमुद्रासन से दमा व कफ को कहिए ना, मधुमेह के रोगी के लिए रामबाण
International Yoga Day 2020: योगमुद्रासन से दमा व कफ को कहिए ना, मधुमेह के रोगी के लिए रामबाण

नई दिल्ली, जेएनएन। International Yoga Day 2020 कोरोना संक्रमण काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता ही बचाव की एकमात्र विधि है। बेहतर खानपान से इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन ये नाकाफी है। ऐसे में योगाभ्यास को दैनिक क्रिया में शामिल करके कई रोगों को दूर तो भगा ही सकते हैं। साथ ही कोरोना से निपटने के लिए प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ा सकते हैं। इस दौर में पेट को ठीक रखना आवश्यक है जिससे आप खान-पान को बेहतर कर सकेंगे। इससे खुद ब खुद स्वस्थ भी हो सकेंगे। अंतरराष्ट्रीय योग सप्ताह के दौरान आज बात योगमुद्रासन पर।

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योगमुद्रासन : योग, मुद्रा और आसन तीनों के समावेश होने के कारण इसे योगमुद्रासन कहा जाता है। इस आसन को पांच से दस सेकंड तक एक बैठकी में तीन बार करना लाभदायक होता है। इस आसन को करने से पेट संबंधी रोग दूर होते हैं। इससे खानपान बेहतर होता है तो शरीर स्वस्थ रहता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मन प्रसन्न रहता है।

लाभ

  • महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी है
  • मधुमेह की समस्या में लाभदायक है
  • पेट में होने वाली तमाम समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है
  • जिन लोगों की नाभि अपने स्थान से हट जाती है। उन्हें यह आसन अवश्य करना चाहिए
  • इस आसन को नियमित करने से पेट की चर्बी कम हो जाती है, साथ ही मोटापे से भी छुटकारा मिल जाता है
  • इस आसन को करने से कमर की हड्डी लचीली होने के साथ मजबूत होती है। इससे स्नायुतंत्र में रक्त संचार बढ़ता है

विधि

  • एक साफ, स्वच्छ एवं हवादार स्थान का चुनाव करके आसन लगाएं
  • अब पद्मासन लगाकर दोनों हाथों को पीठ की तरफ आराम से लेकर जाएं
  • एक हाथ से पीठ के पीछे की ओर से दूसरे हाथ की कलाई को पकड़ लें
  • फिर श्वास छोड़ते हुए शरीर को आगे की तरफ झुकाकर भूमि पर टेक दें और श्वास को रोक कर लें
  • ध्यान रहे कि जब आगे की तरफ झुके तब तक कमर ऊपर की तरफ ना उठाएं
  • धीरे-धीरे सांस अंदर की तरफ खींचते हुए सिर उठाएं और पुन: पहली अवस्था में आ जाएं

जब भी हम कोई पीछे झुकने वाला आसन करते हैं तो उन आसनों को करने के पश्चात योगमुद्रासन का अभ्यास कर लेना चाहिए। यह आसन क्षयरोग, गुदा संबंधी रोग, मासिक धर्म में रंगभेद सहित कई बीमारियों को दूर कर दमा व कफ से छुटकारा दिलाता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना संक्रमण काल में यह आसन बेहद लाभकारी है। नेत्र रोग, हृदय रोग व कमर दर्द आदि से संबधित समस्या वाले इसे न करें।

- डॉ.सत्येंद्र कुमार मिश्रा योग शिक्षक, लखनऊ विश्वविद्यालय


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