Year Ender: दिल्ली की जहरीली हवा से भाजपा की लहर तक, साल 2025 की 10 सुर्खियां जो बदली ही नहीं
Year Ender 2025: साल 2025 में भारत में कई पुरानी सुर्खियां जस की तस बनी रहीं। भाजपा ने चुनावी दबदबा कायम रखा, जबकि कांग्रेस कमजोर पड़ती गई। दिल्ली में ...और पढ़ें

साल 2025 की ये सुर्खियां जस की तस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2025 में खत्म होने को है। ज्यादातर लोग नए साल की नई चुनौतियों और नए कामों को लेकर परेशान हैं। क्योंकि हर नया साल बदलाव का वादा करता है और दिसंबर नए सिरे से शुरुवात का संकेत देता है। साल 2025 में भारत में कुछ ऐसी सुर्खियां रहीं, जिनकी नाम और तारीख तो बदल गई, लेकिन मकसद नहीं।
दरअसल, साल 2025 में भाजपा का चुनावी दबदबा, कांग्रेस की कमजोरी, दिल्ली की जहरीली हवा, पाकिस्तान से आतंक का साया, नेताओं के महिला विरोधी बयान, भाषा विवाद और नाम बदलने की होड़ ये पहले की तरह ही जस की तस सुर्खियों में बनीं रहीं। चलिए जानते हैं साल 2025 की उन 10 सुर्खियों के बारे में जो सुर्खियों में बनी रहीं।
भाजपा की जीत का सिलसिला जारी...
2024 की तरह ही 2025 में भी भाजपा की जीत का सिलसिला जारी रहा। बीजेपी ने दिल्ली और बिहार - दो बेहद अलग-अलग, राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों में शानदार जीत दर्ज की। वहीं, महाराष्ट्र में, भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति पार्टी ने 288 में से 207 नगर परिषद और नगर पंचायत सीटें जीतकर अब तक का सबसे बड़ा बहुमत हासिल किया।
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कांग्रेस की असफलता
साल 2025 में एक ओर जहां बीजेपी की अपनी पुरानी रणनीति में सफल रही है तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस पहले की तरह लगातार पिछड़ती रही। इस साल दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इसके अलावा हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मात्र 6 सीटों पर सीमट कर रह गई।
रोहित-विराट-धोनी?
साल 2025 में भी पूरे साल यह अनुमान जताया गया कि भारत के आधुनिक दिग्गज खिलाड़ी कब मैदान से संन्यास लेंगे। पिछले साल टी20 फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करने के बाद, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने कम मैचों में खेलना शुरू किया। हालांकि, हर मैच, सीरीज, या फॉर्म में गिरावट या आराम के कारण यह सवाल उठने लगा कि क्या यह उनका आखिरी मैच है?
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लंबे समय से संन्यास ले चुके एमएस धोनी ने घरेलू मैदान पर चेन्नई सुपर किंग्स के एक अहम खिलाड़ी हैं, हर आईपीएल मैच के दौरान संन्यास की अफवाहों में बने रहे।
प्रदूषण वाली दिल्ली
दिवाली से लेकर ठंड तक दिल्ली एक बार फिर प्रदूषण से जूझ रही है। साल के अंत तक दिल्ली एनसीआर का AQI लगातार खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है। GRAP प्रतिबंध बार-बार लागू किए गए। हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। लगभग पिछले एक दशक से दिल्ली का दम घुट रहा है।
लगातार गिरता रुपया
साल 2022 में जब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से रुपये की गिरती कीमत के बारे में पूछा गया था, तो उन्होंने कहा था कि मैं इसे रुपये की गिरती कीमत के रूप में नहीं देखूंगी, मैं इसे डॉलर की मजबूती के रूप में देखूंगी। लेकिन साल 2025 में भी रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोरी के नए रिकॉर्ड बनाए। कुछ समय तक स्थिर रहने के बाद, दिसंबर में यह गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 91 रुपये पर आ गया। साल 2025 में अब तक रुपये में 5-6% की गिरावट आई है ।
पाकिस्तान का आतंकवाद के प्रति प्रेम
साल 2025 में भी पाकिस्तान का आतंकवाद के प्रति प्रेम कम नहीं हुआ। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास हुए एक आतंकवादी हमले में 26 नागरिक मारे गए। इस हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैबा का एक सहयोगी संगठन, द रेजिस्टेंस फ्रंट था। इसके बाद भारत ऑपरेशन सिंदूर के साथ जोरदार जवाबी कार्रवाई की, जिसमें मिसाइलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर क्षेत्र में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैबा से जुड़े आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया।
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महिला विरोधी बयानबाजी
हर बार की तरह इस बार भी नेताओं द्वारा महिला विरोधी बयानबाजी जारी रही। । जनवरी की शुरुआत में, भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी के बारे में एक लिंगभेदी टिप्पणी की। लालू यादव ने बिहार में कहा था कि वह हेमा मालिनी के गालों जैसी सड़कें बनवाएंगे, लेकिन उन्होंने झूठ बोला, वह ऐसा नहीं कर सके। केरल में, एक सीपीआई (एम) नेता ने पंचायत सीट जीती, विजय रैली निकाली और कहा कि महिलाएं केवल पतियों के साथ सोने के लिए होती हैं। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम में हिजाब पहनी महिला का नकाब खींचकर विवाद खड़ा कर दिया। इसके बाद जो हुआ वह और भी चौंकाने वाला था।
भाषा युद्ध
हर साल की तरह 2025 में भी भारत की भाषा संबंधी राजनीति विस्फोटक बनी रही। 2025 में, अधिकांश विवाद स्कूली भाषा नीति और गैर-हिंदी भाषी राज्यों में कथित हिंदी थोपने के मुद्दे पर केंद्रित था। महाराष्ट्र में, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा कक्षा 1 से 5 तक हिंदी को अनिवार्य बनाने के कदम ने भारी विरोध को जन्म दिया। दक्षिण राज्यों में भी नई नीति के तीन-भाषा फार्मूले और अंग्रेजी, क्षेत्रीय भाषाओं और हिंदी के बीच संतुलन को लेकर समानांतर बहस छिड़ी रही।
नाम बदलना
साल 2025 में शहरों कस्बों और गांवों का नाम बदलना जारी रहा। उत्तराखंड ने चार जिलों में 11 स्थानों के नाम बदलकर सुर्खियां बटोरीं, जिनमें औरंगजेबपुर और मोहम्मदपुर जाट जैसे नामों को शिवाजी नगर, मोहनपुर जाट, श्री कृष्णपुर, अंबेडकर नगर और ज्योतिबा फुले नगर आदि से बदल दिया गया।
सलमान खान और राहुल गांधी की शादी
हर बार की तरह इस बार भी भारत में राहुल गांधी और सलमान खान के शादियों को लेकर चर्चा होती रही। अपना 60वां जन्मदिन मनाने वाले सलमान खान और अभी भी अविवाहित और कांग्रेस की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले राहुल गांधी, हमेशा से पूछे जाने वाले "शादी कब करोगे?" सवाल के निशाने पर रहे।
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