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    World Environment Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' पर आयोजित कार्यक्रम को करेंगे संबोधित

    By Mahen KhannaEdited By:
    Updated: Sat, 04 Jun 2022 01:18 PM (IST)

    World Environment Day 2022 मिट्टी बचाओ आंदोलन बिगड़ती मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे सुधारने के लिए जागरूकता लाने के लिए एक वैश्विक आंदोलन है। इस आंदोलन को सद्गुरु ने इसी साल मार्च में शुरू किया था।

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    पीएम नरेंद्र मोदी विज्ञान भवन में 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।

    नई दिल्ली, एएनआइ। विश्व पर्यावरण दिवस ( World Environment Day) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 जून को विज्ञान भवन में 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' पर एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान वे सभा को भी संबोधित करेंगे।प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' के जरिए मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे सुधारने के लिए जागरूकता लाने के लिए एक वैश्विक आंदोलन है।

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    विश्व पर्यावरण दिवस सम्मेलन स्वीडन में, थीम है 'केवल एक पृथ्वी'  

    इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के लिए पृथ्वी के प्रति जागरुकता फैलाने को लेकर थीम निर्धारित की गई है। साथ ही इस वर्ष विश्व का पर्यावरण दिवस सम्मेलन स्वीडन में आयोजित किया गया है और इसका थीम 'केवल एक पृथ्वी' है।

    मार्च में शुरू हुआ था 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' 

    बता दें कि 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' की शुरुआत इस साल मार्च में सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने की थी। यह 27 देशों से होकर गुजरने वाली 100 दिनों की मोटरसाइकिल यात्रा से हुई जो 5 जून को खत्म हुई। 5 जून, 2022 को उनकी यात्रा का 75वां दिन होगा। इसमें कहा गया है कि कार्यक्रम में मोदी की भागीदारी भारत में मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार को लेकर साझा चिंताओं और प्रतिबद्धताओं को प्रतिबिंबित करेगी। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के तौर पर मनाया जाता है। पर्यावरण में पाजिटिव बदलाव के लिए यह वैश्विक मंच प्रदान करता है।

    1972 में हुई थी पर्यावरण दिवस की शुरुआत

    संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से साल 1972 में वैश्विक स्तरपर पर्यावरण प्रदूषण की समस्या और चिंता की वजह से विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की नींव रखी गई। इसकी शुरुआत स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुई। यहां दुनिया का पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें 119 देश शामिल हुए थे। पहले पर्यावरण दिवस पर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत की प्रकृति और पर्यावरण के प्रति चिंताओं को जाहिर किया था।