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    भारत-चीन के बीच क्या फिर से शुरू होगी डायरेक्ट फ्लाइट? नागरिक उड्डयन मंत्री ने दिया बड़ा अपडेट

    भारत और चीन के बीच फिर से डायरेक्ट फ्लाइट सेवा की शुरुआत जल्द हो सकती है। कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबित होने से पहले 2020 की शुरुआत तक दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें चालू थीं। दोनों देशों के बीच फिर से सीधी उड़ान सेवा को शुरू करने को लेकर चर्चा की जा रही है। उड्डयन मंत्री नायडू ने कहा कि वर्तमान में 800 से अधिक विमान हैं।

    By Jagran News Edited By: Abhinav Tripathi Updated: Tue, 11 Mar 2025 10:10 PM (IST)
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    भारत-चीन के बीच फिर कब से शुरू होगी डायरेक्ट फ्लाइट? (फाइल फोटो)

    पीटीआई, नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने मंगलवार को कहा कि भारत और चीन के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने पर द्विपक्षीय चर्चा चल रही है। कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबित होने से पहले 2020 की शुरुआत तक दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें चालू थीं।

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    भारतीय और चीनी दोनों एयरलाइनों की सीधी सेवाएं थीं। इस वर्ष 27 जनवरी को भारत और चीन ने द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने के लिए दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की थी।

    दोनों देशों के बीच कब से शुरू होगी सीधी उड़ान?

    दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने के प्रस्ताव पर कोई अपडेट है या नहीं, इस सवाल पर नायडू ने कहा कि द्विपक्षीय वार्ता हो रही है, एक बार यह पूरी हो जाए, तो हम अपडेट दे सकते हैं। द्विपक्षीय वार्ता प्रगति पर है।

    नायडू दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। इंडिगो की दिल्ली से चेंग्दू के लिए छह फरवरी, 2020 तक और कोलकाता से ग्वांगझू के लिए एक फरवरी, 2020 तक दैनिक उड़ानें थीं। एअर इंडिया की दिल्ली से शंघाई की उड़ानें भी 2020 की शुरुआत में निलंबित कर दी गई थीं।

    देश को 15-20 साल में 30,000 पायलट की जरूरत

    नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि भारत को अगले 15-20 वर्षों में 30,000 पायलटों की आवश्यकता होगी। घरेलू एयरलाइनों ने अपने नेटवर्क का विस्तार करने के लिए 1,700 से अधिक विमानों का आर्डर दिया है। मंत्री नायडू 200 प्रशिक्षक विमानों के आर्डर के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के अवसर पर आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे। नायडू ने कहा कि वर्तमान में 800 से अधिक विमान हैं और 6,000-7,000 पायलट कार्यरत हैं। उन्होंने भारत को प्रशिक्षण केंद्र बनाने की भी वकालत की। भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक विमानन बाजारों में से एक है।

    अधिक हवाईअड्डे स्थापित करने के लिए 'टेम्पलेट मॉडल' पर काम जारी

    हवाई यातायात में बढ़ोतरी और विमान बेड़े के विस्तार के साथ ही सरकार अधिक हवाई अड्डे स्थापित करने के लिए एक 'टेम्पलेट मॉडल' लागू करने की योजना बना रही है। इसके तहत विशेष रूप से मालवहन और उड़ान प्रशिक्षण संगठनों के लिए हवाई अड्डे भी तैयार किए जाएंगे।

    देश में इस समय 159 हवाईअड्डे परिचालन में हैं। नायडू ने कहा कि मंत्रालय एक टेम्पलेट माडल बनाने पर काम कर रहा है, जहां हमारे पास विभिन्न प्रकार के हवाई अड्डे हो सकते हैं। इस योजना के पीछ विचार यह है कि मालवहन और उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) सहित विभिन्न श्रेणियों के हवाई अड्डे तैयार किए जाएं।

    शक्ति एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री भारत में प्रशिक्षण विमान बनाएगी

    विमानों के स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए, शक्ति एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री भारत में 150 प्रशिक्षक विमान बनाएगी। शक्ति एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री तमिलनाडु के शक्ति समूह और आस्टि्रया के डायमंड एयरक्राफ्ट के बीच एक संयुक्त उद्यम है।

    शक्ति एयरक्राफ्ट के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी वैभव डी ने मंगलवार को बताया कि यह सौदा 200 प्रशिक्षक डीए40 एनजी विमानों के लिए है और इनमें से 150 विमानों को शक्ति एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री के नियोजित संयंत्र में असेंबल किया जाएगा। यह संयंत्र संभवत: हरियाणा में स्थापित किया जाएगा। इस संबंध में एयरो क्लब ऑफ इंडिया और एसएआईपीएल के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ है।

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