जानें, क्यों हर किसी पर प्रभावी नहीं होती डिप्रेशन की दवा
अब वैज्ञानिकों ने ऐसे ब्लड मार्कर की पहचान की है जिससे यह समझने में मदद मिल सकती है कि ये दवाएं हर किसी में डिप्रेशन कम करने में सफल क्यों नहीं हो पाती हैं?
नई दिल्ली (जेएनएन)। प्रत्येक व्यक्ति पर डिप्रेशन रोधी दवाएं काम नहीं करती हैं। अब वैज्ञानिकों ने ऐसे ब्लड मार्कर की पहचान की है जिससे यह समझने में मदद मिल सकती है कि ये दवाएं हर किसी में डिप्रेशन कम करने में सफल क्यों नहीं हो पाती हैं? जर्मनी के यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर और मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट ऑफ साइकाइअट्री के शोधकर्ताओं ने चूहों पर आधारित एक मॉडल विकसित किया था। इससे उन्हें अवसाद रोधी उपचार की प्रतिक्रिया से संबंधित ब्लड मार्कर की खोज करने में सफलता मिली।
यह डिप्रेशन से उबरने में तनाव संबंधी ग्लूकोकोर्टिक्वाइड रिसेप्टर के महत्व को समझने में भी मदद करेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बहुत अधिक डिप्रेशन के चलते अक्षमता का खतरा बढ़ सकता है। दुनिया भर में करीब 35 करोड़ लोग डिप्रेशन से प्रभावित हैं लेकिन महज एक तिहाई रोगियों को ही अवसाद रोधी दवाओं से फायदा मिल पाता है। इस खोज से प्रभावी उपचार में मदद मिल सकती है।
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