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    100 से ज्यादा एनकाउंटर, हर वक्त हाथ में सिगरेट... कौन था असली चौधरी असलम; संजय दत्त से क्या है कनेक्शन?

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 06:42 PM (IST)

    बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर' में संजय दत्त का किरदार पाकिस्तानी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट चौधरी असलम खान से प्रेरित है। हालांकि, मेकर्स ने इ ...और पढ़ें

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    फिल्म 'धुरंधर' के चौधरी असलम का किरदार किससे इंसपायर है?

    नितीश कुशवाहा, नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह की फिल्म 'धुरंधर' की चर्चा इस वक्त सोशल मीडिया पर जोरो-शोरो से हो रही है। इस फिल्म का इंतजार फैंस काफी बेसब्री से कर रहे थे। वहीं, रिलीज होने के बाद से यह फिल्म वर्ड ऑफ माउथ के जरिए काफी पॉपुलर हो रही है।

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    इस फिल्म की वजह से पाकिस्तान का खुंखार पुलिस अधिकारी या यह कहे पाकिस्तानी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, चौधरी असलम खान की जमकर चर्चा हो रही है। इस फिल्म में अभिनेता संजय दत्त ने जिस किरदार को निभाया है, उसको चौधरी असलम से इंस्पायर बताया जा रहा है।

    हालांकि, मेकर्स ने इस बात से इनकार करते हुए यह साफ कर दिया है कि यह फिल्म पूरी तरह से फिक्शनल है। अब यह फिल्म पाकिस्तान के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट चौधरी असलम खान से इंस्पायर्ड है या नहीं ये तो मेकर्स ही बेहतर तरीके से बता पाएंगे, लेकिन असल के चौधरी असलम कौन थे? आइए इसके बारे में जानते हैं।

    कौन हैं चौधरी असलम?

    कराची पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट चौधरी असलम खान, पाकिस्तान के सबसे खूंखार और चर्चित पुलिस अधिकारियों में से एक थे, जिनके एक हाथ में बंदूक तो दूसरी हाथ में सिगरेट रहती थी। एक ऐसा पुलिसकर्मी जिसको देखकर बड़े-बड़े गैंगस्टर और अपराधी कांप उठते थे।

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    चौधरी असलम का जीवन काफी विरोधाभासों से भरा है, कोई उन्हें आतंकवाद और गैंगस्टरवाद के खिलाफ उनके खतरनाक अभियानों के लिए याद करता है, तो कोई अपराधियों के खिलाफ उनके क्रूर कार्रवाई की निंदा करते हुए उन्हें याद करता है।

    असलम खान पाकिस्तान के मनसेहरा जिले के एक पठान थे और 1980 के दशक में पुलिस में भर्ती हुए थे। वह अपने नाम के आगे 'चौधरी' इसलिए लगाते थे, क्योंकि उस वक्त उनके इलाके में शक्तिशाली पंजाबी जमींदारों की परंपरा हुआ करती थी और चौधरी टाइटल बहादुरी और लीडर का प्रतीक माना जाता था।

    एसएचओ के रूप में पहली बार चर्चा में आए थे चौधरी असलम

    असलम खान कराची के गुलबहार पुलिस स्टेशन में एसएचओ के रूप में अपनी तैनाती के दौरान पहली बार चर्चा में आए थे। असलम ने कराची में सक्रिय गैंगस्टर नेटवर्क, टार्गेट किलर्स और कट्टरपंथी समूहों के खिलाफ कई बड़े-बड़े ऑपरेशन्स का नेतृत्व किया। उनकी निडर शैली का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि जान से मारने की कई धमकियों के बावजूद उनकी बंदूक कभी नहीं रुकी।

    पाकिस्तान के 'कराची की धड़कन' कहे जाने वाला ल्यारी कभी माफिया नेटवर्क, टारगेट किलिंग और ड्रग सिंडिकेट का केंद्र माना जाता था। यहां उस वक्त जातीय हिंसा बढ़ रही थी, MQM की गतिविधियों में उबाल था और शहर पूरी तरह से माफियाओं के कब्जे में जा रहा था।

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    ऐसे समय में असलम को शहर को इन सबसे मुक्त कराने की जिम्मेदारी मिली और उन्होंने ल्यारी के एक-एक गैंग को चुनौती देते हुए ऑपरेशन शुरू किए। उन्होंने ल्यारी टास्क फोर्स को लीड किया और ल्यारी गिरोह के लीडर रहमान डकैत, जिसे रहमान कमांडो के नाम से भी जाना जाता है, को मार गिराया गया। फिल्म 'धुरंधर' में रहमान डकैत का किरदार अभिनेता अक्षय खन्ना ने निभाया है।

    चौधरी असलम चर्चा में क्यों हैं?

    5 दिसंबर को बॉलीवुड फिल्म 'धुरंधर' रिलीज हुई। फिल्म सिनेमाघरों में हिट चल रही है और इस फिल्म में संजय दत्त चौधरी असलम के किरदार में नजर आ रहे हैं। इस फिल्म की वजह से पाकिस्तानी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, चौधरी असलम खान फिर से चर्चाओं में आ गए हैं।

    क्या अभी भी जिंदा हैं चौधरी असलम?

    इस सवाल का जवाब है नहीं, क्योंकि 9 जनवरी 2014 को ल्यारी एक्सप्रेसवे पर चौधरी असलम खान के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ और इस हमले में पाकिस्तान के सबसे खतरनाक और निडर पुलिसकर्मी की जान चली गई थी।

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    इस बहादुर पुलिसकर्मी ने अपने करियर के दौरान 100 से अधिक एनकाउंटर किया। 2014 के भीषण आतंकवादी हमले में चौधरी असलम जैसे पुलिसकर्मी की मौत के बाद पाकिस्तान की पुलिस व्यवस्था और कराची के सुरक्षा ढांचे को लेकर जमकर सवाल खड़े हुए, लेकिन असलम जैसे पुलिसकर्मी की कमी कोई नहीं दूर कर सका।

    यह भी पढ़ें- R&AW बनाम ISI और चौधरी असलम खान: इस पाकिस्तानी पुलिसवाले को भारतीय सिनेमा में क्यों मिली जगह?