Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    20 लोगों में से एक की मौत का कारण बनती है शराब, हर साल 30 लाख लोगों की मौत; युवा सबसे ज्यादा शिकार

    By Agency Edited By: Babli Kumari
    Updated: Wed, 26 Jun 2024 09:57 AM (IST)

    संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी की शराब और स्वास्थ्य पर नवीनतम रिपोर्ट पेश किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब के कारण हर साल दुनिया भर में लगभग 20 में से एक मौत होती है। रिपोर्ट में पाया गया कि शराब का सेवन करने से लोग तपेदिक एचआईवी और निमोनिया जैसी संक्रामक बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।

    Hero Image
    विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब को लेकर किए बड़े खुलासे (जागरण ग्राफिक्स)

    एएफपी, जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस संबंध में WHO ने मंगलवार को एक रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि शराब की वजह से हर साल करीब 30 लाख लोगों की मौत होती है। साथ ही, उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में मृत्यु दर में थोड़ी कमी आई है। इस नए रिपोर्ट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि आंकड़ें भले ही कम हो रहे हों लेकिन यह अभी भी 'अस्वीकार्य रूप से उच्च' बनी हुई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शराब और स्वास्थ्य पर पेश इस नवीनतम रिपोर्ट में कहा गया है कि शराब से सेवन से हर साल दुनिया भर में 20 में से लगभग एक मौत शराब पीने के कारण होती है। शराब पी के गाड़ी चलाने, शराब के कारण होने वाली हिंसा और दुर्व्यवहार और कई तरह की बीमारियों और विकारों के कारण यह मौत होती है। 

    रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में शराब के सेवन से 2.6 मिलियन मौतें हुईं हैं। यह नवीनतम उपलब्ध आंकड़ा इस वर्ष दुनिया भर में हुई सभी मौतों का 4.7 प्रतिशत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से लगभग तीन-चौथाई मौतें पुरुषों की थीं।

    WHO के महानिदेशक ने इस रिपोर्ट पर जताई चिंता 

    डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा, "मादक पदार्थों का सेवन व्यक्तिगत स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है। इसके सेवन से पुरानी बीमारियों, मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम को बढ़ाता है और दुखद रूप से हर साल लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है जिन्हें रोका जा सकता था।"

    युवा लोग हो रहे सबसे ज्यादा प्रभावित 

    उन्होंने बताया कि 'साल 2010 से दुनिया भर में शराब के सेवन और उससे होने वाले नुकसान में कुछ कमी आई है। शराब के सेवन के कारण स्वास्थ्य और सामाजिक बोझ अस्वीकार्य रूप से उच्च बना हुआ है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने इस बात पर प्रकाश डाला कि युवा लोग असमान रूप से प्रभावित हुए हैं।' 

    डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 2019 में शराब के कारण होने वाली मौतों का उच्चतम अनुपात 13 प्रतिशत था जिसमें 20 से 39 वर्ष की आयु के लोग शामिल थे।

    दिल की बीमारी और कार दुर्घटनाओं का होते हैं सबसे ज्यादा शिकार

    शराब पीने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिनमें लीवर का सिरोसिस और कुछ कैंसर शामिल हैं। रिपोर्ट में पाया गया कि 2019 में इसके कारण हुई सभी मौतों में से लगभग 1.6 मिलियन गैर-संचारी रोगों से हुई थीं। इनमें से 474,000 हृदय संबंधी बीमारियों से, 401,000 कैंसर से और 724,000 लोग यातायात दुर्घटनाओं और खुद को नुकसान पहुंचाने सहित चोटों से हुई थीं। रिपोर्ट में पाया गया कि शराब का सेवन करने से लोग तपेदिक, एचआईवी और निमोनिया जैसी संक्रामक बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।

    यह भी पढ़ें- Lok Sabha Speaker Election: ओम बिरला vs के. सुरेश... कौन बनेगा लोकसभा स्पीकर, जानिए नंबर गेम में कौन किस पर भारी