'इस संस्था पर तो हर दिन हमला हो रहा, लेकिन...', SC को लेकर टिप्पणी पर क्या बोले जस्टिस सूर्यकांत?
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि संस्थान (सुप्रीम कोर्ट) पर हर दिन हमले होते रहते हैं। हमें इसकी चिंता नहीं है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयकों को मंजूरी देने की समयसीमा तय करने के सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के बाद शुरू हुए कटाक्षों के मामले पर कहा है। कुछ दिनों पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ ने SC की कार्यवाही पर टिप्पणी की थी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही को लेकर हाल ही में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने टिप्पणी की थी। इसी बीच आज (मंगलवार) उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि संसद ही सुप्रीम है। उसके ऊपर कोई अथॉरिटी नहीं है।
इसी बीच सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि संस्थान (सुप्रीम कोर्ट) पर हर दिन हमले होते रहते हैं। हमें इसकी चिंता नहीं है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने राष्ट्रपति और राज्यपालों के लिए विधेयकों को मंजूरी देने की समयसीमा तय करने के सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के बाद शुरू हुए कटाक्षों के मामले पर कहा है। कर्नाटक में न्यायालय की अवमानना के एक मामले की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने ऐसा कहा।
उपराष्ट्रपति ने SC को लेकर क्या कहा था?
हाल ही में धनखड़ ने सुप्रीम कोर्ट को संविधान के अनुच्छेद 142 से मिली शक्ति को 'न्यूक्लियर मिसाइल' करार दिया था। धनखड़ ने कोर्ट को लेकर कहा था, हम ऐसी स्थिति नहीं ला सकते, जहां राष्ट्रपति को निर्देश दिया जाए। संविधान के तहत सुप्रीम कोर्ट का अधिकार केवल अनुच्छेद 145(3) के तहत संविधान की व्याख्या करना है।
भाजपा सांसद ने की थी CJI पर टिप्पणी
वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून के ख़िलाफ़ चल रही सुनवाई के दौरान, कानून के कई अहम प्रावधानों पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी थी, जिस पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने चिंता जाहिर करते हुए टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है।
सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है। अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है- इन्हें बंद कर देना चाहिए।"
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