Bengaluru Water Crisis: बेंगलुरु में बड़ा जल संकट! बूंद-बूंद को तरस रहे लोग, CM आवास में टैंकर से पानी की सप्लाई
गत वर्ष कम बारिश और अब पारा बढ़ने के साथ कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पानी का संकट गहरा गया है। लोग पानी की बूंद-बूंद को परेशान हैं। शहर की सड़कों पर पानी के टैंकर दौड़ते नजर आ रहे हैं। मुश्किल हालात में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और कोचिंग सेंटरों ने भी आपात स्थिति की घोषणा करते हुए छात्रों से वर्चुअली कक्षाएं लेने को कहा गया है।

पीटीआई, बेंगलुरु। गत वर्ष कम बारिश और अब पारा बढ़ने के साथ कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पानी का संकट गहरा गया है। लोग पानी की बूंद-बूंद को परेशान हैं। शहर की सड़कों पर पानी के टैंकर दौड़ते नजर आ रहे हैं। मुश्किल हालात में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और कोचिंग सेंटरों ने भी आपात स्थिति की घोषणा करते हुए छात्रों से वर्चुअली कक्षाएं लेने को कहा गया है।
सीएम आवास में हो रही टैंकरों से पानी की आपूर्ति
आलम यह है कि राजधानी में मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के आवास में पानी के टैंकरों से पानी की आपूर्ति हो रही है। हालांकि, सरकार ने जल्द ही जरूरी कदम उठाने की बात कही है। वर्ष 2023 में अल-नीनो प्रभाव के कारण कम बारिश हुई। ऐसे में बेंगलुरु समेत कर्नाटक में जल संकट गहरा गया है। आलम यह है कि कर्नाटक में 123 को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका है और 109 गंभीर रूप से प्रभावित हैं।
आसमान छू रही पानी टैंकरों की कीमत
पानी की समस्या के कारण सामान्य दिनों में 700 से 800 रुपये में मिलने वाले पानी टैंकरों की कीमत 1500 से 1800 तक पहुंच गई है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि सैंकी झील के निकट सदाशिवनगर स्थित उनके आवास की बोरवेल पहली बार सूख गई है। उन्होंने कहा कि वह मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।
दूध के टैंकरों से की जाएगी पानी की आपूर्ति
उन्होंने शहर में पानी की मांग को पूरा करने के लिए निजी टैंकरों व निजी बोरवेल को सरकार के कब्जे में लेने की घोषणा की। यहां तक कि दूध के टैंकरों से भी पानी की आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार पानी के प्रति टैंकर की दर भी तय करने पर विचार कर रही है। इसके लिए तालुक स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और हेल्पलाइन नंबर जारी करने का भी निर्णय लिया गया है।
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