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यमन में काफी चुनौतियां का सामना कर लोगों को निकाला: वीके सिंह

युद्धग्रस्‍त यमन से भारतीय को निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा 'ऑपरेशन राहत' पूरा हो गया है। अपॉरेशन राहन की अगुवाई कर रहे विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह भारत लौट आए हैं। वीके सिंह भारत लौटते हुए भी यमन से 110 लोगों को अपने एयरक्राफ्ट में बिठाकर

By Tilak RajEdited By: Updated: Fri, 10 Apr 2015 02:47 PM (IST)
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नई दिल्ली। युद्धग्रस्त यमन से भारतीय को निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा 'ऑपरेशन राहत' पूरा हो गया है। अपॉरेशन राहत की अगुवाई कर रहे विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह दिल्ली लौट आए हैं। वीके सिंह भारत लौटते हुए भी यमन से 110 लोगों को अपने एयरक्राफ्ट में बिठाकर लाए हैं। वीके सिंह का कहना है कि यमन में हालात बेहद खराब हैं, लेकिन हमें वहां भारतीय को हर हाल में बचाना था और हमने ऐसा ही किया।

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वीके सिंह ने बताया कि यमन में भारतीयों को बचाने का कार्य पूरा हो गया है। उन्होंने बताया, 'यमन से भारतीय को निकालने के लिए जो हवाई अभियान शुरू किया गया था, वो गुरुवार को पूरा हो गया। यमन में कुछ भारतीय ऐसे हैं जो वहां से आना नहीं चाहते, उनका हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन आते-आते मैं अपने एयरक्राफ्ट में जिबूती से 110 लोगों को युद्ध जैसे हालात से निकाल लाने में सफल रहा हूं।'

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उन्होंने बताया कि यमन से भारतीयों को निकालने में हमें काफी चुनौतियां का सामना करना पड़ा। वहां जहाजों पर फायरिंग हो रही थी। परिस्थितियां इतनी खराब थीं कि कभी भी कुछ हो सकता था। लेकिन वहां से लोगों को बचाना हमारा काम था, जिसे हमने पूरी इमानदारी से अंजाम दिया। यमन से लगभग 5000 भारतीयों और 1000 विदेशियों को हमने सुरक्षित निकाला। मानवीय आधार पर हमने यमन में फंसे हर शख्स की मदद की, फिर चाहे वो कोई भारतीय था या पाकिस्तानी।

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दिल्ली पहुंचे वीके सिंह ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज में हमें यमन से भारतीयों को निकालने की जिम्मेदारी दी थी। ये एक मुश्किल काम था, लेकिन हमने इसे पूरी शिद्दत से किया और परिणाम आपके सामने है।'

मीडिया को प्रेस्टिट्यूट बताने वाली टिप्पणी पर वीके सिंह ने सफाई देते हुए कहा, 'देखिए, मैं यह नहीं कहता कि मीडिया में सभी करप्ट लोग हैं। मेरा मानना है कि मीडिया में 90 प्रतिशत लोग अच्छे हैं, लेकिन 10 प्रतिशत लोगों का अपना एजेंडा है।'