गांवों को भी किया जाएगा कचरा प्रबंधन के उपाय
तीन से चार गांवों को मिलाकर एक कलस्टर तैयार किया जाएगा... ...और पढ़ें
रेवाड़ी (अमित सैनी)। कचरा प्रबंधन को लेकर प्रयास सिर्फ शहरों तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि प्रदेश सरकार के कदम अब गांवों की ओर बढ़ेंगे। तीन से चार गांवों को मिलाकर एक कलस्टर तैयार किया जाएगा, जिनसे निकलने वाले कचरे की अलग से प्रबंधन की व्यवस्था होगी। स्वच्छता समरसता यात्रा लेकर रेवाड़ी पहुंचे स्वच्छ भारत मिशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने प्रदेश सरकार की इस भावी योजना के बारे में पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने बताया कि गांवों के कलस्टर बनाए जाने के साथ ही कचरा प्रबंधन में ग्राम पंचायतों व वहां के ग्रामीणों का हर तरह से सहयोग भी लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छता को लेकर पूरा अभियान धरातलीय होगा।
एमएलए व चेयरमैन भी देंगे रिपोर्ट : कार्यकारी उपाध्यक्ष ने कहा कि स्वच्छता मिशन की जिम्मेदारी से प्रत्येक
विधानसभा क्षेत्र के विधायक व नगर निकाय के चेयरमैन भी नहीं बच पाएंगे। विधायक व चेयरमैन से उनके क्षेत्र में
निकलने वाले कचरे के बारे में पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।
इस रिपोर्ट से पूरी जानकारी सामने आएगी कि किस विधानसभा क्षेत्र में सफाई को लेकर कितना काम हो रहा है।कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने कहा कि प्रदेश के गांव पूरी तरह से खुले में शौचमुक्त हो चुके हैं तथा सितंबर तक शहरी क्षेत्र भी खुले में शौचमुक्त हो जाएंगे।
यह मिशन पूरा होते ही हरियाणा देश का खुले में पूरी तरह से शौचमुक्त होने वाला पहला राज्य बन जाएगा।
इस अभियान में किसी भी तरह की रूकावट न आए इसलिए प्रत्येक जिला के उपायुक्त को यह सुविधा भी दी गई है कि वे अपने स्तर पर ही जरूरत के हिसाब से सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकते हैं।
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