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    Vijayawada News: स्वीमिंग करते हुए 10 से ज्यादा बच्चे हो गए बेहोश, पूल में क्लोरीन गैस हुई लीक

    By AgencyEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Fri, 09 Dec 2022 06:10 AM (IST)

    आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा जिले में एक नगरपालिका स्विमिंग पूल में क्लोरीन गैस रिसाव की वजह से 8 से 14 वर्ष की आयु के दस से अधिक छात्र बीमार पड़ गए। सभी बच्चे 50 मीटर के पूल में तैर रहे थे।

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    विजयवाड़ा जिले में एक नगरपालिका स्विमिंग पूल में क्लोरीन गैस रिसाव की वजह से कई बच्चे बीमार पड़ गए।

    विजयवाड़ा, एजेंसी। आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा जिले में एक नगरपालिका स्विमिंग पूल में क्लोरीन गैस रिसाव की वजह से 8 से 14 वर्ष की आयु के दस से अधिक छात्र बीमार पड़ गए। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, गुरुवार को स्विमिंग पूल अकादमी के पर्यवेक्षक ने इस बात की जानकारी दी। हादसा बुधवार को विजयवाड़ा नगर निगम स्विमिंग पूल में उस समय हुआ जब बच्चे स्विमिंग पूल में अभ्यास कर रहे थे। पूल में क्लोरीन लीक होने से बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं।

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    एक टैंकर से क्लोरीन गैस का हुआ रिसाव

    सभी बच्चे 50 मीटर के पूल में तैर रहे थे और 25 मीटर के पूल के एक टैंकर से क्लोरीन गैस का रिसाव हुआ। बता दें कि यह बच्चे 11 दिसंबर को एलुरु में होने वाली प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे थे। स्विमिंग पूल अकादमी पर्यवेक्षक, रामबाबू ने कहा कि घटना बुधवार रात करीब 8:30 बजे हुई। कुछ तैराकों ने हमसे अनुरोध किया कि उन्हें तैराकी की अनुमति दी जाए क्योंकि 11 दिसंबर को उनकी एक प्रतियोगिता है। हमने उन्हें नगर आयुक्त से अनुमति लेने के लिए कहा और उन्होंने कहा कि अनुमति है

    दस बीमार बच्चों को एक सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया और एक बच्चे को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया और बाद में एक सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। हालांकि, सभी छात्रों की हालत अब स्थिर है। अभिभावकों का कहना है कि क्लोरीन सिस्टम के रखरखाव व प्रबंधन की लापरवाही से खतरा है।

    10-12 बच्चे बीमार पड़ गए

    रामबाबू ने आगे जानकारी दी, 'स्विमिंग पूल में क्लोरीन गैस के रिसाव की वजह से 8-14 साल के 10 से 12 छात्र बीमार पड़ गए। हम उन्हें सरकारी अस्पताल ले गए। गैस रिसाव पुराने उपकरण और पुराने गैस सिलेंडर की वजह से हुआ। इसे बाद में नियंत्रित किया गया। सभी छात्र अब स्थिर हैं। इस घटना में छात्रों के साथ हमारा एक कर्मचारी भी बीमार पड़ गया। उन्होंने आगे कहा, 'मैं केवल वह व्यक्ति हूं जो तैराकों का डेटा रिकॉर्ड करता है और बाकी की निगरानी डीएफओ और नगर निगम के अधिकारियों द्वारा की जाती है। स्विमिंग पूल 8 तक निर्धारित है लेकिन तैराकों के अनुरोध की वजह से स्विमिंग पूल को 8:30 बजे तक खोला गया था।

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