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    'समय चाहे कितना भी विपरीत हो, राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं', वीर बाल दिवस कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी

    Veer Baal Diwas पीएम नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के भारत मंडपन में गुरुवार को किया गया। इसमें देश 17 बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि राष्ट्र के हित में किया गया हर काम वीरता का कार्य है।

    By Jagran News Edited By: Abhinav Tripathi Updated: Thu, 26 Dec 2024 03:59 PM (IST)
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    वीर बाल दिवस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने लिया हिस्सा। (फोटो- पीटीआई)

    पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजधानी दिल्ली में स्थित भारत मंडपम में 'वीर बाल दिवस' पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

    वीर बाल दिवस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में बहादुरी दिखाने वाले 17 बच्चों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मानित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी भी मौजूद रहे और उन्होंने बच्चों से संवाद किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि यह युग मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की ओर बढ़ गया है। ये पहला मौका है जब गणतंत्र दिवस की बजाय वीर बाल दिवस पर देश के बहादुर बच्चों को सम्मानित किया गया है।

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    जानिए क्या बोले पीएम मोदी?

    गुरुवार को पीएम मोदी ने वीर बाल दिवस पर एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बदलाव और चुनौतियों के अनुकूल होने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार की युवा-केंद्रित नीतियों पर भी जोर दिया।

    पीएम मोदी ने कहा कि यह युग मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की ओर बढ़ गया है। एआई केंद्र में आ गया है और हम इसके प्रयोग को पारंपरिक सॉफ्टवेयर की जगह लेते हुए देख सकते हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करना आवश्यक है।

    उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार युवा प्रतिभाओं का समर्थन करने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। पीएम ने इस दौरान गुरु गोविंद सिंह के बेटों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को याद किया।

    विपरित परिस्थितियों में भी राष्ट्र सबसे पहले

    पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि देश के युवाओं को पुरानी विरासत से प्रेरणा लेनी चाहिए।

    उन्होंने कहा," 300 साल से भी पहले, 26 दिसंबर को साहिबजादों ने अपनी कम उम्र के बावजूद अद्वितीय बहादुरी का परिचय दिया और अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने हर प्रलोभन को ठुकरा दिया और अकल्पनीय यातनाएं सहन कीं, जिससे पता चला कि उनके लिए राष्ट्र का उद्देश्य सर्वोच्च था।"

    उन्होंने कहा कि वीर बल दिवस एक स्थायी सबक सिखाता है, "चाहे परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हों, राष्ट्र के उद्देश्य से बढ़कर कुछ भी नहीं है। राष्ट्र के हित में किया गया प्रत्येक कार्य वीरता का कार्य है।"

    पीएम मोदी ने की विजेताओं से बात

    इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं से पीएम मोदी ने बातचीत भी की। पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि इन बच्चों ने दिखाया है कि भारत के युवा क्या हासिल करने में सक्षम हैं। मैं राष्ट्र की ओर से सभी विजेताओं को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

    बता दें कि 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

    युवाओं को सशक्त कर रही सरकार: पीएम मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षित नीतियों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने पर सरकार के फोकस के बारे में विस्तार से बताया। पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्टअप से लेकर विज्ञान, खेल से लेकर उद्यमिता तक, बदलाव की एक नई लहर चल रही है। हमारी नीतियां युवाओं को ताकत देने को प्राथमिकता देती हैं। चाहे वह स्टार्टअप इकोसिस्टम हो, अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का भविष्य हो या खेल और फिटनेस, हमारी सभी पहल युवा केंद्रित हैं।

    सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान' की शुरुआत

    वहीं, पीएम मोदी ने यहीं से 'सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान' की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य सक्रिय सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से पोषण परिणामों में सुधार करना है। इस पहल से हर भारतीय की भलाई सुनिश्चित करने के सरकार के व्यापक लक्ष्य के अनुरूप है।

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