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    बारिश और भूस्खलन के बीच छात्रों ने एग्जाम सेंटर पहुंचने के लिए निकाला अनोखा तरीका, जान के सभी हैरान

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 11:02 PM (IST)

    उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण रास्ते बंद होने से राजस्थान के चार छात्र हल्द्वानी में फंस गए। उन्हें मुनस्यारी में परीक्षा देनी थी। न्यूवारी गांव के ओमराम चौधरी सिन्धारी के मगराम चौधरी बैंकियावास के प्रकाश चौधरी और गिडा के लकी चौधरी ये सभी छात्र उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से बी.एड. की डिग्री कर रहे हैं।

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    उत्तराखंड में भूस्खलन से रास्ते बंद। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड इन दिनों भारी बारिश और भूस्खलन की चपेट में है और कई रास्ते बंद हैं। एक जगह से दूसरी जगह पर पहुंचना मुश्किल है। ऐसे में राजस्थान के कुछ छात्रों की परीक्षा थी और उन्होंने परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए एक अनोखा तरीखा निकाला।

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    राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा के चार छात्र उत्तराखंड के हल्द्वानी पहुंचे, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क यातायात बाधित होने से वे वहीं फंस गए। छात्रों ने परीक्षा देने के लिए उत्तराखंड के हल्द्वानी से मुनस्यारी तक हेलीकॉप्टर से यात्रा की और परीक्षा पूरी होने के बाद वे उसी तरह वापस हल्द्वानी लौट आए।

    कौन थे वो छात्र?

    न्यूवारी गांव के ओमराम चौधरी, सिन्धारी के मगराम चौधरी, बैंकियावास के प्रकाश चौधरी और गिडा के लकी चौधरी, ये सभी छात्र उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से बी.एड. की डिग्री कर रहे हैं।

    सड़क मार्ग बंद लेकिन फिर भी पहुंचे

    3 सितंबर को उन्हें मुनस्यारी के आर.एस. टोलिया पीजी कॉलेज में अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा देनी थी। वे सड़क मार्ग से हल्द्वानी पहुंचने में कामयाब रहे, लेकिन भारी बारिश और भूस्खलन के कारण आगे की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और बंद हो गईं। हल्द्वानी-पिथौरागढ़ और तनाकुपर-पिथौरागढ़ सड़कें बंद होने के कारण टैक्सी ड्राइवरों ने उन्हें परीक्षा केंद्र तक ले जाने से मना कर दिया। छात्रों ने हेलीकॉप्टर सेवा के बारे में जानकारी हासिल की।

    उन्होंने संपर्क किया और मदद की गुजारिश की। उन्होंने बताया कि परीक्षा छूटने से उनकी एक साल की मेहनत बेकार हो जाएगी। एक एविएशन कंपनी ने विशेष व्यवस्था की और दो पायलटों के साथ एक हेलीकॉप्टर भेजा। छात्र हेलीकॉप्टर से सुरक्षित रूप से मुनस्यारी के आर.एस. टोलिया पीजी कॉलेज पहुंचे, परीक्षा दी और उसी तरह वापस हल्द्वानी लौट आए।

    कितना आया खर्चा?

    प्रत्येक छात्र ने एक तरफा यात्रा के लिए लगभग 5,200 रुपये दिए, इस तरह पूरी यात्रा का खर्च 10,400 रुपये हुआ। हल्द्वानी और मुनस्यारी के बीच सड़क मार्ग से दूरी लगभग 280 किलोमीटर है, जिसे सड़क से तय करने में आमतौर पर 10 घंटे लगते हैं जबकि हेलीकॉप्टर से यह यात्रा सिर्फ 25-30 मिनट में पूरी हो गई। सभी चारों छात्र अभी अलग-अलग स्कूलों में थर्ड-ग्रेड टीचर के तौर पर काम कर रहे हैं और साथ ही वे बीएड डिग्री की तैयारी भी कर रहे हैं।

    छात्र ओमारम ने बताया कि शुरुआत में वे हालात देखकर बहुत निराश थे और उन्हें लगा था कि उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा, लेकिन हेलीकॉप्टर सेवा की वजह से वे परीक्षा में शामिल हो पाए।

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