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    पाकिस्तान में निवेश करेगा अमेरिका, तेल भंडार विकसित करने की भी तैयारी; ट्रंप के दिमाग में क्या चल रहा है?

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 10:17 PM (IST)

    राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को व्हाइट हाउस में आमंत्रित करके संकेत दिया कि अमेरिका की नीति बदल रही है। पाकिस्तान के साथ कारोबारी समझौता करके उन्होंने इस नीति को पुख्ता किया। समझौते के तहत पाकिस्तान कम शुल्क पर अमेरिका को निर्यात करेगा। ट्रम्प ने भारत पर तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत को भी तेल बेच सकता है।

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    अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ समझौते को अंतिम रूप दिया (फोटो: रॉयटर्स)

    जयप्रकाश रंजन, जागरण, नई दिल्ली। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 19 जून को व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर को भोजन पर आमंत्रित कर यह संकेत दे दिया था कि भारत के इस धुर विरोधी पड़ोसी देश को लेकर अमेरिका की नीति बदल रही है। पाकिस्तान के साथ बुधवार को कारोबारी समझौता करके ट्रंप प्रशासन ने अपनी बदली नीति का पुख्ता संकेत भी दे दिया है।

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    अमेरिका और पाकिस्तान की तरफ से कारोबारी समझौते की घोषणा कर दी गई है। इसको लेकर पाकिस्तान सरकार का दावा है कि वह कम शुल्क दर पर अमेरिका को अपनी वस्तुओं का निर्यात करेगा। इस संदर्भ में सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ ट्रेड डील की घोषणा करते हुए भारत पर तंज भी कसा।

    पाकिस्तान कार्ड खेलने की कोशिश

    ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा-हमने पाकिस्तान के साथ समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। पाकिस्तान और अमेरिका बड़े तेल भंडार विकसित करेंगे। हम उस तेल कंपनी का चयन करने जा रहे हैं, जो इस साझेदारी का नेतृत्व करेगी। कौन जानता है कि वह एक दिन भारत को भी तेल की बिक्री करने लगे। ट्रंप के इस बयान में अंतिम पंक्ति को भारत पर तंज के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक तौर पर कोई कारोबार नहीं होता।

    ऐसे में भारत के कूटनीतिक जानकारों का यह भी मानना है कि भारत के साथ कारोबारी समझौते में हो रही देरी की वजह से ट्रंप ने पाकिस्तान कार्ड खेलने की कोशिश की है। वैसे यह भी ध्यान रहे कि पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की भी सिफारिश की है, जबकि भारत किसी सूरत में ट्रंप के दबाव में आने को तैयार नहीं दिख रहा है।

    पाकिस्तान में निवेश बढ़ाएगा अमेरिका

    • बहरहाल, ट्रंप की इस घोषणा के कुछ ही देर बाद वाशिंगटन स्थित पाकिस्तानी दूतावास की तरफ से बयान जारी किया गया कि बुधवार को वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब और अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक, व्यापार प्रतिनिधि जैमिसन ग्रीयर के बीच हुई बैठक में व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया गया। यह समझौता दोनों देशों के बीच कारोबारी संबंधों के नए दौर की शुरुआत है। इससे पाकिस्तान के इन्फ्रास्ट्रक्चर व विकास परियोजनाओं में अमेरिकी निवेश बढ़ेगा।
    • दोनों देश आपसी कारोबारी संबंध बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस समझौते को ऐतिहासिक करार दिया है और राष्ट्रपति ट्रंप को उनके नेतृत्व के लिए धन्यवाद दिया है।राष्ट्रपति ट्रंप सत्ता में आने के कुछ दिनों बाद से ही इस बात का संकेत दे रहे हैं पाकिस्तान को लेकर अमेरिका की नीति बदल रही है। पहले राष्ट्रपति ट्रंप के पारिवारिक मित्रों की तरफ से पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी का स्थानीय हब बनाने में निवेश करने को लेकर एक बैठक की बात सामने आई थी।
    • भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद ट्रंप प्रशासन ने पाक सेना प्रमुख को वा¨शगटन आमंत्रित किया। वहां फील्ड मार्शल मुनीर ने ट्रंप के साथ भोजन किया। इसके बाद पाकिस्तानी वायु सेना के प्रमुख ने भी अमेरिका की यात्रा की। यह सब तब किया गया, जब भारत पहलगाम आतंकी हमले को लेकर लगातार पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है। भारत का शीर्ष नेतृत्व लगातार पाक पोषित आतंकवादी गतिविधियों का मुद्दा उठा रहा है। इस बारे में पूरी जानकारी के बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वह पाकिस्तान के साथ संबंधों को आगे बढ़ाएंगे।

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