'डॉक्टर अफरीदी को जेल से रिहा करो', US सांसद ने पाक सरकार से क्यों कहा ऐसा; लादेन से जुड़ा है कनेक्शन
अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से जैश-ए-मोहम्मद को खत्म करने के लिए हर संभव कोशिश करने का आग्रह किया। बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल को धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई। सांसद ने 2002 में मारे गए पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या का जिक्र करते हुए पाकिस्तान से डॉ. शकील अफरीदी को रिहा करने का भी आग्रह किया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका के एक सीनियर सांसद ब्रैड शरमन ने पाकिस्तानी डेलिगेशन से कहा है कि पाकिस्तान को हर मुमकिन कोशिश करनी चाहिए ताकि "खतरनाक" आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का खात्मा हो। इस डेलिगेशन की अगुवाई बिलावल भुट्टो जरदारी कर रहे थे। इसके साथ ही अमेरिकी सांसद ने पाकिस्तानी डॉक्टर शकील अफरीदी की रिहाई की बात कही।
इसी दौरान, भारत के सांसदों का एक सर्वदलीय डेलिगेशन भी वॉशिंगटन में था। इसकी अगुवाई कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं।
ओसामा बिन लादेन का पता बताने वाले डॉक्टर की रिहाई पर क्या बोले US सांसद?
सांसद शरमन ने पाकिस्तान से डेलिगेशन से कहा कि पाकिस्तानी सरकार को डॉ. शकील अफरीदी को रिहा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉ. अफरीदी की रिहाई 9/11 के पीड़ितों के लिए इंसाफ की दिशा में एक अहम कदम होगा।
कौन हैं डॉ शकील अफरीदी?
डॉ. शकील अफरीदी एक पाकिस्तानी डॉक्टर हैं। इन्होंने ही अमेरिका को ओसामा बिन लादेन का पता बताया था। शकील ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए खैबर पख्तूनख्वा में पोलियो वैक्सीन प्रोग्राम चलाकर बिन लादेन के परिवार के डीएनए सैंपल इकट्ठा किए थे।
मई 2011 में अब्बोटाबाद में बिन लादेन के ठिकाने पर अमेरिकी रेड के बाद अफरीदी को गिरफ्तार कर लिया गया था। 2012 में एक पाकिस्तानी अदालत ने उन्हें 33 साल की सजा सुनाई थी, हालांकि ये सजा बाद में कम करके 26 साल कर दी गई। अमेरिकी सरकार डॉ शकील को अपना हीरो मानती है और पाकिस्तान सरकार पर उनकी रिहाई के लिए दबाव बनाती रहती है।
बता दें पाकिस्तान सरकार ने डॉ अफरीदी पर देशद्रोह का आरोप लगाया है और लश्कर-ए-इस्लाम नामक प्रतिबंधित संगठन को वित्तपोषित करने का दोषी बताया था।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का खात्मा करने पर जोर
सांसद शरमन ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी डेलिगेशन से जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसी संगठन ने 2002 में उनके इलाके के रहने वाले पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या की थी।
गौरतलब है कि डैनियल पर्ल वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार थे, जिन्हें आतंकी उमर सईद शेख ने अगवा कर मार डाला था। शरमन ने कहा कि डैनियल पर्ल का परिवार आज भी उनके इलाके में रहता है। उन्होंने पाकिस्तानी डेलिगेशन से कहा कि इस "घिनौने" संगठन को खत्म करने और इलाके में आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान को पूरी ताकत झोंक देनी चाहिए।
शरमन ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हिफाजत भी एक अहम मुद्दा है। उन्होंने कहा कि ईसाई, हिंदू और अहमदिया मुसलमानों को अपनी आस्था पर अमल करने और लोकतांत्रिक व्यवस्था में बिना खौफ, भेदभाव या हिंसा के शामिल होने का हक होना चाहिए।
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