सिविल सेवा परीक्षा में राजस्थान के गौरव अग्रवाल बने टॉपर
नई दिल्ली। संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा वर्ष 2013 की परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिया। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में तीन साल से चले आ रहे महिलाओं के वर्चस्व को तोड़ते हुए हैदराबाद में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षु आइपीएस गौरव अग्रवाल ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। जयपुर के महारानी फार्म निवासी गौरव एक म
नई दिल्ली। संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा वर्ष 2013 की परीक्षा का परिणाम गुरुवार को घोषित कर दिया। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में तीन साल से चले आ रहे महिलाओं के वर्चस्व को तोड़ते हुए हैदराबाद में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षु आइपीएस गौरव अग्रवाल ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
जयपुर के महारानी फार्म निवासी गौरव एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं। वह आइआइटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस स्नातक हैं और लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) से प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा धारी हैं। वैकल्पिक विषय के रूप में उन्होंने इकोनॉमिक्स लिया था। हैदराबाद में आइपीएस का प्रशिक्षण ले रहे गौरव का यह दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में उनका भारतीय पुलिस सेवा में चयन हुआ था।
गौरव ने एक बातचीत में कहा, मैंने टॉपर होने की उम्मीद नहीं की थी। इस बार का फॉर्मेट भी कुछ अलग ही था लेकिन कभी भी तैयारी फॉर्मेट के आधार पर नहीं करनी चाहिए। मेरी पत्नी और परिवार वालों को मेरी सफलता पर पूरा विश्वास था। जो लोग तैयारी कर रहे हैं उनसे कहना चाहूंगा कि आपकी बेसिक अच्छी होनी चाहिए। अपनी गलतियों पर गौर कीजिए। मेरी सफलता का श्रेय पूरे परिवार को है।
दिल्ली के मुनीश शर्मा और रचित राज को क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान मिला है। मुनीश ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से बायोकेमेस्ट्री में बैचलर हैं। इन्हें भी दूसरे प्रयास में ही यह सफलता मिली। मुनीश ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, मैं बहुत खुश हूं। मेरी सफलता मेरी कड़ी मेहनत और मेरे शिक्षकों व मेरी मां के आशीर्वाद का परिणाम है। इससे पहले वर्ष 2010, 2011 और 2012 में महिलाएं ही शीर्ष स्थान पर काबिज रही थीं। रचित ने अपने पहले प्रयास में ही यह स्थान हासिल किया है। महिलाओं में शीर्ष स्थान भारती दीक्षित को मिला है और मेधा सूची में उनका पांचवां स्थान है। वह दिल्ली की लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस हैं और यह उनका पहला प्रयास था। कार्मिक मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, इस परीक्षा के कुल 1122 सफल उम्मीदवारों के नामों की संस्तुति भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस), भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) और अन्य सेवाओं में नियुक्ति के लिए की गई है। इनमें 180 आइएएस, 32 आइएफएस और 150 आइपीएस के लिए है। शेष गु्रप-ए और ग्रुप-बी सेवाओं के लिए चुने गए हैं। शीर्ष 25 सफल उम्मीदवारों में 15 पुरुष और 10 महिलाएं हैं। इनमें 24 ने अंग्रेजी और एक ने कन्नड़ माध्यम से परीक्षा दी थी। शीर्ष 25 में नौ इंजीनियरिंग, तीन मेडिकल साइंस, चार विज्ञान और नौ अन्य विषयों के स्नातक हैं। पांच ने पहले प्रयास, 11 ने दूसरे, सात ने तीसरे और दो ने चौथे प्रयास में यह सफलता पाई। इनमें 20 ने दिल्ली, दो ने जयपुर व एक-एक ने लखनऊ, बेंगलूर और छत्तीसगढ़ केंद्र से परीक्षा दी थी।
517 सफल उम्मीदवार सामान्य, 326 पिछड़े वर्ग, 187 अनुसूचित जाति और 92 अनुसूचित जनजाति श्रेणी के हैं। सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा 26 मई 2013 को हुई थी। कुल सात लाख 76 हजार 565 उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया था जिनमें तीन लाख 23 हजार 949 उम्मीदवारों ने वास्तव में परीक्षा दी थी। इनमें 14 हजार 949 प्रतिभागी मुख्य परीक्षा में शामिल होने के योग्य घोषित किए गए थे। मुख्य परीक्षा पिछले साल दिसंबर में हुई थी 3003 उम्मीदवारों का चयन साक्षात्कार के लिए किया गया था। परीक्षा परिणाम यूपीएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध है और उम्मीद है कि अंक भी वेबसाइट पर पंद्रह दिनों में उपलब्ध हो जाएगा।