1 अगस्त से UPI पेमेंट में होने वाले हैं बड़े बदलाव, बदल जाएगा बैलेंस चेक करने का तरीका; NPCI के नए दिशा-निर्देश जारी
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने यूपीआई लेनदेन को सुरक्षित और आसान बनाने के लिए नए नियम जारी किए हैं। इन नियमों के तहत अब एक यूपीआई ऐप पर 24 घंटे में केवल 50 बार बैलेंस जांचा जा सकेगा। प्रत्येक सफल यूपीआई भुगतान के बाद उपयोगकर्ता को खाते का बैलेंस दिखाया जाएगा। ऑटोमैटिक भुगतान के लिए समय सीमा तय की गई है।

आईएएनएस, नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई से लेनदेन को आसान व सुरक्षित बनाने और सिस्टम पर लोड कम करने के उद्देश्य से नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सभी बैंकों और पेमेंट एप्स सहित यूपीआई इकोसिस्टम से जुड़े सभी सदस्यों को 31 जुलाई तक इनको लागू करना होगा। यानी एक अगस्त से नए दिशा-निर्देशों के अनुरूप यूपीआई की सेवाएं मिलेंगी।
आइए जानते हैं कि इन दिशा-निर्देशों से क्या-क्या बदलाव होंगे...
एक एप से रोजाना केवल 50 बार बैलेंस जांच
एक अगस्त से उपयोगकर्ता एक यूपीआई एप पर 24 घंटे में केवल 50 बार अपने खाते का बैलेंस जांच सकेंगे। हालांकि, उपयोगकर्ता प्रत्येक एप पर अलग-अलग इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे। इसका मतलब यह है कि पेटीएम, फोनपे, गूगलपे जैसे प्रत्येक एप पर अलग-अलग प्रतिदिन 50 बार खाते का बैलेंस जांचा जा सकेगा। हालांकि, बैलेंस जांचने के लिए उपयोगकर्ता को हर बार आग्रह करना होगा और एप स्वत: बैलेंस नहीं दिखा सकेंगे।
हर भुगतान के बाद दिखेगा बैलेंस
बैंकों को निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक सफल यूपीआई भुगतान के बाद उनको उपयोगकर्ता को उसके बैंक खाते का बैलेंस दिखाना होगा।
स्वत: भुगतान के लिए समय तय
एनपीसीआई ने नेटवर्क को भीड़ से बचाने के लिए ऑटोमैटिक या स्वत: होने वाले भुगतान के लिए विशिष्ट समय अवधि तय की है। अब अधिसूचित भुगतान सुबह 10 बजे से पहले तक, दोपहर में एक से शाम पांच बजे तक और रात को 9.30 के बाद हो सकेंगे।
एनपीसीआई ने यूपीआई भुगतान के लिहाज से सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक और शाम पांच से रात 9.30 बजे तक के समय को काफी व्यस्त माना है। इस अवधि में स्वत: भुगतान नहीं हो सकेगा।
यूपीआई से जुड़े खाते देखने की सीमा तय
एनपीसीआई ने अब उपयोगकर्ता के यूपीआई एप से जुड़े खाते देखने की सीमा भी तय कर दी है। एक अगस्त से उपयोगकर्ता 24 घंटे में अपने यूपीआई एप से जुड़े बैंक खातों को केवल 25 बार देख सकेगा।
लंबित लेनदेन जांच
उपयोगकर्ता अपने लंबित लेनदेन के भुगतान की जांच के लिए केवल तीन प्रयास कर सकेंगे। प्रत्येक प्रयास के बीच 90 सेकेंड का अंतराल होना चाहिए।
भुगतान वापसी आग्रह
अब उपयोगकर्ता भुगतान वापसी के लिए एक महीने में केवल 10 बार आग्रह कर सकेगा। एक भुगतान प्राप्तकर्ता से केवल पांच बार पैसा वापसी का आग्रह किया जा सकेगा।
भुगतान से पहले दिखेगा बैंक में पंजीकृत नाम
धोखाधड़ी और भुगतान संबंधी गलतियों को रोकने के लिए यूपीआई एप अब लेनदेन पूरा होने से पहले प्राप्तकर्ता के पंजीकृत बैंक का नाम प्रदर्शित करेंगे। इससे उपयोगकर्ताओं को यह सत्यापित करने में मदद मिलेगी कि वे सही व्यक्ति या व्यवसाय को पैसे भेज रहे हैं।
नियम लागू न करने पर होगी कार्रवाई
एनपीसीआई ने चेतावनी दी है कि इन नियमों को लागू नहीं करने पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। इसमें जुर्माना, नए ग्राहक को शामिल करने पर रोक या यूपीआई सेवाओं के लिए एपीआई पहुंच पर प्रतिबंध भी शामिल है।
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