'बदला पूरा होने तक नहीं लूंगा कोई...', पहलगाम हमले के विरोध में केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने लिया प्रण
केंद्रीय मंत्री और जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने स्वागत में गुलदस्ता न लेने और स्मृति चिन्ह स्वीकार न करने का प्रण लिया है। उनका कहना है कि पहलगाम हमले का बदला पूरा न होने तक वो किसी भी कार्यक्रम में अपना स्वागत नहीं करवाएंगे। उनके इस फैसले की घोषणा सूरत में आयोजित 7वीं ग्लोबल इंवेस्टर कॉन्फ्रेंस के मंच से की गई है।
सूरत, आईएएनएस। पहलगाम हमले के बाद सभी नजरें भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर है। कई बड़े नेता केंद्र सरकार से पाकिस्तान को करारा जवाब देने की मांग कर चुके हैं। वहीं अब केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने सूरत में एक कार्यक्रम के दौरान गुलदस्ता लेने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक पहलगाम हमले का बदला नहीं लिया जाएगा, तब तक स्वागत में दिए गए गुलदस्ते स्वीकार नहीं करेंगे।
केंद्रीय मंत्री और जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल शनिवार को गुजरात के सूरत में आयोजित इंवेस्टर्स कॉन्फ्रेंस में पहुंचे थे। इस दौरान जब उन्हें स्वागत में गुलदस्ता दिया जाने लगा तो उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया। साथ ही उन्होंने कोई स्मृति चिन्ह भी स्वीकार नहीं किया।
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सीआर पाटिल का फैसला
केंद्रीय मंत्री के इस फैसले की घोषणा कार्यक्रम के आयोजकों ने की। उन्होंने मंच से इसका एलान करते हुए कहा कि "जल शक्ति मंत्री ने तय किया है कि जब तक पहलगाम हमले का बदला पूरा नहीं होगा वो स्वागत में गुलदस्ते और कोई भी स्मृति चिन्ह नहीं लेंगे।" यह सुनकर दर्शक भी जोर-जोर से तालियां बजाने लगे।
केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने कहा-
बदला पूरा होने तक कोई स्वागत नहीं होगा।
Surat, Gujarat: Union Jal Shakti Minister C.R. Patil refused to accept any honour at the Global Summit, stating he will not accept felicitation until India avenges the Pahalgam terror attack pic.twitter.com/Ns8ZrkZQ0V
— IANS (@ians_india) May 3, 2025
पहलगाम हमले पर दी थी प्रतिक्रिया
बता दें कि पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता रद कर दिया था। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा था कि भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पाकिस्तान को एक भी बूंद पानी न मिले।
सिंधु जल समझौता रद करने का समर्थन
एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने कहा था कि "सिंधु जल समझौते को लेकर मोदी सरकार का यह ऐतिहासिक फैसला पूरी तरह से सही और राष्ट्रीय हित में है। हम सुनिश्चित करेंगे कि पाकिस्तान में सिंधु नदी का 1 भी बूंद पानी न जाए।
ग्लोबल इंवेस्टर कॉन्फ्रेंस में लिया हिस्सा
बता दें कि गुजरात के सूरत में 7वीं ग्लोबल इंवेस्टर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के विकासशील भविष्य के लिए उद्यमिता, निवेश और नवाचार जैसे मुद्दों को बढ़ावा देना है।
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