Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Pahalgam Attack: 'कूटनीति के जरिये तनाव कम करें भारत-पाकिस्तान, रूस ने किया शांति का आह्वान

    By Agency Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Sun, 04 May 2025 02:08 AM (IST)

    रूसी दूतावास ने कहा कि लावरोव ने शुक्रवार को जयशंकर से फोन पर बातचीत की। उन्होंने रूस-भारत सहयोग पर चर्चा की। साथ ही पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में आई गिरावट पर भी बातचीत हुई। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की। उन्होंने रूस-भारत सहयोग पर चर्चा की।

    Hero Image
    रूस ने कूटनीति के जरिये भारत, पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने का आह्वान किया (फाइल फोटो)

     पीटीआई, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से बात की। उन्होंने शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र के तहत कूटनीति के जरिये दोनों पड़ोसियों के बीच मतभेदों का समाधान करने का आह्वान किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लावरोव ने जयशंकर से बातचीत की

    रूसी दूतावास ने कहा कि लावरोव ने शुक्रवार को जयशंकर से फोन पर बातचीत की। उन्होंने रूस-भारत सहयोग पर चर्चा की। साथ ही पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में आई गिरावट पर भी बातचीत हुई।

    लावरोव ने 1972 के शिमला समझौते और 1999 के लाहौर घोषणापत्र के प्रविधानों के अनुसार द्विपक्षीय आधार पर राजनीतिक और कूटनीतिक तरीकों से मतभेदों को सुलझाने का आह्वान किया। दोनों मंत्रियों ने उच्च स्तरों पर संपर्क बनाए रखने पर भी चर्चा की।

    जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर दी जानकारी

    जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की। इसके अपराधियों, समर्थकों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।

    साथ ही हमने द्विपक्षीय सहयोग के बारे में भी बात की। दोनों विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हुई है।

    भारत-पाक के बीच बढ़ रहा तनाव

    इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। इस भयावह हमले के पीछे सीमा पार संबंधों का हवाला देते हुए भारत ने इसमें शामिल लोगों को कड़ी सजा देने का संकल्प लिया है।