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    यूक्रेन के जोड़े ने अग्नि को साक्षी मान लिए फेरे, मारवाड़ की संस्कृति से प्रभावित होकर रचाई शादी

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 10:50 PM (IST)

    जोधपुर में एक विदेशी जोड़े ने मारवाड़ी परंपराओं से प्रभावित होकर भारतीय रीति-रिवाजों के अनुसार शादी की। यूक्रेन से आए 72 वर्षीय दूल्हे स्टानिस्लाव जरदोजी वर्क ने शेरवानी पहनी और 27 साल की दुल्हन एंजेलिना ने लाल रंग की राजपूती पोशाक पहनी। उन्होंने हल्दी मेहंदी की रस्मों के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लिए।

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    यूक्रेन के जोड़े ने राजस्थान में रचाई शादी।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मारवाड़ की समृद्ध संस्कृति, लोक परंपराओं और राजसी रीति-रिवाजों का आकर्षण अब केवल देशवासियों को ही नहीं, बल्कि विदेशों से आने वाले मेहमानों को भी अपनी ओर खींच रहा है। इसी कड़ी में जोधपुर आए एक विदेशी जोड़े ने मारवाड़ी परंपराओं से प्रभावित होकर पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार अग्नि को साक्षी मानकर विवाह किया।

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    यूक्रेन से आए 72 वर्षीय स्टानिस्लाव जरदोजी वर्क की शेरवानी दुल्हा बने व लाल सुर्ख रंग की जरी वर्क की राजपूती पोशाक पहने दुल्हन 27 साल की एंजेलिना ने सुबह हल्दी व मेंहदी की रीति रिवाज को पारंपरिक गीतो के साथ निभाया। बाद में शाम को उम्मेद भवन से गाजे बाजे के साथ बारात निकली जो विवाह स्थल पर आई। जहां जयमाला के साथ अग्नि को साक्षी मांग कर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 7 फेरे लेकर जन्म जन्मों का संकल्प लिया ।

    शादी में ये रहा आकर्षक का केंद्र

    दिल्ली से साथ आए टूर गाइड रोहित व दीपक ने कहा कि जोधपुर की संस्कृति विश्व में लोगों को आकर्षित करती है। राजस्थानी पोशाक, लोक संगीत और पारंपरिक रस्मों के बीच आयोजित इस विवाह समारोह में दूल्हा-दुल्हन ने सात फेरे लेकर आजीवन साथ निभाने का संकल्प लिया। विवाह स्थल पर सजावट में भी मारवाड़ की झलक दिखाई दी, जिसमें पन्ना धरोहर, लोक वाद्य और पारंपरिक व्यंजन शामिल रहे।

    स्थानीय पर्यटन से जुड़े लोगों ने इस अनूठी शादी का साक्षी बनकर न केवल राजस्थान की संस्कृति का गर्व अनुभव किया, बल्कि यह भी सिद्ध हुआ कि मारवाड़ की परंपराएं विश्वभर में आकर्षण का केंद्र हैं।यह विवाह समारोह पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की दिशा में एक सशक्त उदाहरण बनकर उभरा है, जिससे जोधपुर मारवाड़ की धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिल रही है। इस अवसर पर पर्यटन से जुड़े लोग उपस्थिति रहे।

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