ब्रिटेन से केरल पहुंची 24 लोगों की टीम, एफ-35बी फाइटर जेट की जांच करेंगे एक्सपर्ट; UK वापस ले जाने पर भी होगा फैसला
केरल के तिरुवनंतपुरम में फंसे रॉयल नेवी के एफ-35बी फाइटर जेट को ठीक करने के लिए यूके से 24 लोगों की टीम आई है। टीम में 14 एक्सपर्ट और 10 क्रू मेंबर हैं। वे जाँच करेंगे कि क्या फाइटर जेट को रिपेयर किया जा सकता है या इसे यूके वापस ले जाया जाएगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल के तिरुवनंतपुरम में पिछले 3 सप्ताह से फंसे रॉयल नेवी के एफ-35बी फाइटर जेट को रिपेयर करने के लिए यूके से 24 लोगों की टीम पहुंची है। रविवार को ब्रिटिस एयर फोर्स का एयरबस ए400एम एटलस विमान इस टीम को लेकर तिरुवनंतपुरम में लैंड हुआ।
इस टीम में 14 एक्सपर्ट हैं और 10 क्रू मेंबर्स हैं। यह टीम जांच करेगी कि फाइटर एयरक्राफ्ट को रिपेयर किया जा सकता है या फिर इसे डिसमेंटल करके यूनाइटेड किंगडम वापस ले जाया जाएगा। एक्सपर्ट्स की टीम को केरल में उतारने के बाद एयरबस ए400एम एटलस वापस लौटने के लिए तैयार है।
केरल में रुककर जांच करेंगे एक्सपर्ट
ब्रिटेन से आए एक्सपर्ट केरल में ही रुककर एयरक्राफ्ट की जांच करेंगे और उसे रिपेयर करने का प्रयास करेंगे। फिलहाल ये तय माना जा रहा है कि एफ-35बी फाइटर जेट को यूके ले जाने का प्लान टाल दिया गया है। क्योंकि रॉयल एयरफोर्स के एयरबस ए400एम एटलस का साइज इतना बड़ा नहीं है कि इसमें एफ-35बी को डिसमेंटल कर ले जाया जा सके।
ए400 का साइज सी-130 हरक्यूलिस से तो बड़ा है, लेकिन सी-17 ग्लोबमास्टर के मुकाबले छोटा ही है। ब्रिटेन की तरफ से मेंटेनेंस रिपेयर और ओवरहॉलिंग के लिए जगह की पेशकश को स्वीकार कर लिया है। यूके से आई एक्सपर्ट्स की टीम की निगरानी में विमान को वहां ले जाया जाएगा। ब्रिटेन की तरफ से इतनी हर संभव सहायता के लिए भारत का आभार जताया गया है।
बता दें कि भारतीय नौसेना के साथ युद्धाभ्यास के बाद रॉयल नेवी का एफ-35बी फाइटर जेट खराब मौसम और फ्यूल की कमी के कारण केरल के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था। बाद में इसमें तकनीकी खामी आ गई, जिसके बाद विमान यहीं पर फंसा हुआ है।
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