धर्मांतरण पर छिड़े विवाद के बीच संघ के साथ भाजपा की बैठक
धर्मांतरण पर छिड़े विवाद के बीच सोमवार को भाजपा और संघ नेताओं की बैठक में हर मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई। बताते हैं कि धर्मांतरण के साथ साथ झारखंड और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के भावी नतीजों और रणनीति पर भी चर्चा हुई और भविष्य के मुद्दों पर भी। संघ अपने
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। धर्मांतरण पर छिड़े विवाद के बीच सोमवार को भाजपा और संघ नेताओं की बैठक में हर मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई। बताते हैं कि धर्मांतरण के साथ साथ झारखंड और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के भावी नतीजों और रणनीति पर भी चर्चा हुई और भविष्य के मुद्दों पर भी। संघ अपने वैचारिक मुद्दों पर चलता रहेगा, हालांकि गति को थोड़ा संतुलित रखा जा सकता है। जबकि भाजपा और सरकार विकास पर ही ध्यान केंद्रित रखेगी। कोशिश यह होगी कि विवादित मुद्दों को तूल न दिया जाए।
सोमवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आवास पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कुछ अन्य भाजपा नेता व संघ नेता भैयाजी जोशी, कृष्णगोपाल, सुरेश सोनी मौजूद थे। यूं तो इस बैठक को पूर्व निर्धारित समन्वय बैठक बताया जा रहा है जिसमें सिर्फ कुछ अहम मुद्दों पर आपसी सलाह मशविरा होना था। लेकिन गरमाए माहौल में धर्मांतरण का ही मुद्दा सबसे ऊपर रहा।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही सरसंघचालक मोहन भागवत ङ्क्षहदू राष्ट्र की बात करते हुए घर वापसी कार्यक्रम को सही ठहरा चुके हैं। जबकि सरकार और भाजपा की ओर से अपने प्रतिनिधियों को ऐसे कार्यक्रमों से दूर रहने को कहा गया है। यह और बात है कि धर्मांतरण विरोधी कानून को लेकर भाजपा आक्रामक है। सूत्रों की मानी जाए तो यही रणनीति आगे भी दिखेगी। घर वापसी और धर्मांतरण की बहस युवाओं तक ले जाने की भी कवायद होगी ताकि उन्हें यह समझाया जा सके कि धर्मांतरण जबरन हो रहा है जबकि घर वापसी दिल से। बताते हैं कि भाजपा की ओर से इस मुद्दे को तूल न देने की अपील की गई। इसके अलावा झारखंड और जम्मू-कश्मीर पर व्यापक चर्चा हुई।