'डीएफसी ट्रेन संचालन में चालक दल की कमी', संसदीय समिति ने किया आगाह
संसदीय समिति ने रेलवे के पूरी तरह से विद्युतकृत समर्पित माल ढुलाई गलियारों में चालक दल की कमी को लेकर आगाह किया है। समिति ने कहा कि अगर संचालन संबंधी ...और पढ़ें

डीएफसी ट्रेन संचालन।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद की एक समिति ने आगाह किया है कि यदि रेलवे के पूरी तरह से विद्युतकृत समर्पित माल ढुलाई गलियारों की योजना में चालक दल की कमी जैसी संचालन संबंधी समस्याएं समय पर हल नहीं की गईं तो माल ढुलाई क्षमता को बढ़ाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो सकेगा। योजना को अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।
समिति की यह टिप्पणी रेल मंत्रालय के यह स्वीकार करने के बाद आई है कि समर्पित माल ढुलाई गलियारा निगम (डीएफसीसीआईएल) के सामने ट्रेन संचालन में सबसे बड़ी चुनौती चालक दल की उपलब्धता है।
मंत्रालय ने समिति को क्या जानकारी दी?
मंत्रालय ने समिति को दी गई जानकारी में एक जून 2025 तक भारतीय रेलवे में ट्रेन संचालन से जुड़े विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों की संख्या के बारे में विवरण प्रस्तुत किया। मंत्रालय के अनुसार, लोको पायलटों के लिए स्वीकृत पदों की संख्या 1,42,814 है, जबकि फिलहाल केवल 1,07,928 पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं।
रिपोर्ट में क्या कहा गया?
इसी प्रकार, मालगाड़ी प्रबंधकों (गार्ड्स) के लिए 22,082 स्वीकृत पदों में से केवल 12,345 पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति ने यह स्पष्ट किया कि चालक दल की कमी को शीघ्र दूर किया जाना चाहिए ताकि ट्रेन संचालन में देरी को कम किया जा सके।

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