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    तेलंगाना के स्कूल में रैगिंग! 20 सीनियर्स ने 10वीं के छात्र को लाठी-बल्ले से पीटा, हालत गंभीर

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 01:22 PM (IST)

    तेलंगाना के राजापेटा में एक आवासीय विद्यालय में रैगिंग की घटना सामने आई है। जहां 20 सीनियर छात्रों ने 10वीं के एक छात्र पर लाठी-बल्लों से हमला किया, ज ...और पढ़ें

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    20 सीनियर्स ने 10वीं के छात्र को लाठी-बल्ले से पीटा (सांकेतिक तस्वीर)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलंगाना के राजापेटा स्थित सामाजिक कल्याण आवासीय विद्यालय से रैगिंग और मारपीट की घटना सामने आई है, जहां इंटरमीडिएट के करीब 20 छात्रों के ग्रुप ने कथित तौर पर 10वीं कक्षा के एक छात्र पर लाठी और बल्लों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस घटना में पीड़ित छात्र समेत 6 जूनियर्स घायल हो गए, इसमें दो की हालत गंभीर है।

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    दरअसल, यह घटना शनिवार देर रात की बताई जा रही है। स्कूल प्रशासन ने चार दिन तक घटना को दबाने की कोशिश की, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद माता-पिता ने कॉलेज के सामने धरना दे दिया और हंगामा मच गया।

    क्या है पूरा मामला

    पीड़ित कक्षा 10वीं में पढ़ता है। वह क्लॉस पांच से ही राजपेटा आवासीय विद्यालय में पढ़ रहा है। वह विद्यालय का उप-कप्तान है। उप-कप्तान के रूप में उसकी जिम्मेदारी सीनियर्स छात्रों को पसंद नहीं थी। वो इसे यह जिम्मेदारी देना नहीं चाह रहे थे और इसलिए निशाना बनाकर उसके साथ मारपीट की।

    लाइट बंद कर की पिटाई

    एनडीटीबी की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरमीडिएट के करीब 20 छात्रों की भीड़ भीड़ बल्ले और डंडों से लैस होकर पीड़ित के कमरे (हॉस्टल) में घुस आई। इसके बाद उसे गालियां देने लगे और पीटने लगे। इस दौरान जब पीड़ित के एक दोस्त ने घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की तो लाइटें बंद कर दीं और दे दनादन अधांधुध पिटाई करते रहें।

    बल्ले और डंडों से लैस होकर आए छात्रों ने पीड़ित को बचाने आए 10वीं कक्षा के अन्य छात्रों को भी बेहरमी से पीटा। इस दौरान दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए भुवनगिरी के एक अस्पताल में रेफर किया गया है। वहीं, अन्य छात्रों को गुरुकुलम के आंतरिक औषधालय में प्राथमिक उपचार दिया गया।

    ऐसे हुआ मामले का खुलासा

    शुरू में तो स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबाने की कोशिश की। लेकिन यह मामला तब उजागर जब पीड़िता के माता-पिता लावण्या और सुदर्शन ने सोशल मीडिया पर हमले का विचलित करने वाला वीडियो देखा और स्कूल पहुंचे।

    पीड़ित छात्र के परिजनों ने बेटे की पीठ और छाती पर चोट के निशान दिखाए। परिवार ने कॉलेज के सामने दो घंटे से ज्यादा समय तक धरना दिया और प्रिंसिपल, शिक्षकों और सभी संबंधित छात्रों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

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