Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू ने सरकारी जनादेश की प्रतियों को आग में झोंका, कर रहे जनादेश का विरोध

    By Jagran NewsEdited By: Shalini Kumari
    Updated: Sat, 14 Jan 2023 12:28 PM (IST)

    तेलूगू के पूर्व सीएम और टीडीपी के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू ने सरकार की ओर से जारी जनादेश को अपने गांव में मकर संक्रांति के मौके पर जलाए गए अलाव में झोंक दिया। दरअसल उनकी पार्टी सत्ताधारी राज्य सरकार के इस आदेश को विरोध कर रही है।

    Hero Image
    सरकारी जनादेश को टीडीपी के अध्यक्ष ने आग में फेंका।

    आंध्र प्रदेश, एजेंसी। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को भोगी में 'विवादास्पद' सरकारी आदेश (जीओ) की प्रतियां जला दी। चित्तूर जिले में मकर संक्रांति के मौके पर नायडू ने अरने गांव नारालरिपल्ली में जश्न के दौरान इस महीने की शुरुआत में लागू की गई जीओ नंबर 1 की प्रतियों को जला दिया जिसमें सड़कों पर जनसभाओं को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया गया है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार द्वारा "अलोकतांत्रिक" कदम के खिलाफ एक विरोध में नायडू और अन्य टीडीपी नेताओं ने नारेबाजी करते हुए मकर सक्रांति के मौके पर जलाए जाने वाले अलाव में शासनादेश की प्रतियां जला दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जनसभा करने पर प्रतिबंध लगाने का जनादेश

    सरकार ने 2 जनवरी को सार्वजनिक सुरक्षा का हवाला देते हुए सड़कों, सड़कों के किनारों और सार्वजिनक जगहों पर जनसभाए करने पर प्रतिबंध लगाते हुए जनादेश जारी किया था। यह आदेश 28 दिसंबर को नेल्लोर जिले के कंदुकुर में चंद्रबाबू नायडू के एक रोड शो के दौरान भगदड़ के मद्देनजर आया था। इस भगदड़ में दो महिलाए समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। विपक्षी दलों ने जीओ को अस्वीकार करते हुए मांग की है कि सरकार तुरंत इस जनादेश को वापस ले। आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने गुरुवार को जीओ को 23 जनवरी तक के लिए निलंबित कर दिया। जीओ को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सरकार एक काउंटर दायर करने के लिए कहा।

    "मैं हमेशा युवाओं के भविष्य के बारे में सोचता हूं"

    इस बीच, चंद्रबाबू नायडू ने अपने पैतृक गांव में अपने परिवार के सदस्यों के साथ संक्रांति समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर दोनों तेलुगु राज्यों के लोगों को बधाई दी और उम्मीद जताई कि यह त्योहार उनके जीवन में समृद्धि लाएगा। बाद में सभा को संबोधित करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि संक्रांति तेलुगु लोगों के लिए एक प्रमुख त्योहार है। "तेलुगू लोगों के जीवन को टीडीपी के उदय से पहले और बाद में देखा जाना चाहिए। हालांकि यह महान स्वर्गीय पोट्टी श्रीरामुलु थे जिन्होंने तेलुगु राज्य हासिल किया था, यह स्वर्गीय एनटी रामाराव थे जिन्होंने उन्हें सम्मान दिया।" उन्होंने कहा कि युवा देश की सबसे बड़ी संपत्ति है, साथ ही उन्होंने कहा कि जिस सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र को उन्होंने प्रोत्साहित किया वह अब शानदार परिणाम दे रहा है। कुछ नेता आज के बारे में सोचते हैं और कुछ भविष्य के बारे में सोचते हैं। मैं हमेशा युवाओं के भविष्य के बारे में सोचता हूं।"

    उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त की कि राज्य में सड़कें बहुत खराब स्थिति में हैं और कहा कि हालांकि इन सड़कों पर चलने के बाद उन्हें कुछ दर्द हुआ है, लेकिन वह लोगों की खातिर अपनी यात्रा जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य को एक बार फिर ऐसे साइकिल की जरूरत है जो लोगों की भलाई के बारे में सोचती बै। राज्य की हालत ऐसी हो गई है कि लोग 'इदेमी खर्मा मन राष्ट्रनिकी' सोचने लगे हैं।

    युवाओं के भविष्य के बारे में सोचे सरकार

    एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए परेशान हैं। सत्ताधारी दलों को केवल युवा पीढ़ी के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। लेकिन यह सरकार तो कुछ और ही सोच रही है। मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं और सरकार मेरी बैठकों को भी सुरक्षा प्रदान नहीं कर रही है। मेरे पास राज्य के पांच करोड़ लोगों का समर्थन है।" चंद्रबाबू नायडू ने स्पष्ट किया कि उनकी लड़ाई उनके व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं बल्कि केवल आंध्र प्रदेश के लोगों के हित में है।

    यह भी पढ़ें: संक्रांति के दौरान हैदराबाद में पूजा स्थलों पर पतंगबाजी करने पर लगी रोक, हैदराबाद पुलिस ने जारी की अधिसूचना

    PM मोदी ने देशवासियों को दी भोगी व उत्तरायण की शुभकामनाएं, कहा- 'हमारे जीवन में खुशियों की बहुतायत हो'